बिहार में यूरिया की कीमत 266 रुपये तय, इससे अधिक कोई मांगे तो बस एक फोन कर दें
जिलों में उर्वरक निगरानी समिति की बैठक जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में लगातार की जा रही है। निगरानी समिति खाद के बिक्री मूल्य एवं उपलब्धता की नियमित समीक्षा की जा रही है। उर्वरक की बिक्री के निगरानी के लिए जांच दल गठित कर सभी जिलों में भेजा गया है।
पटना, राज्य ब्यूरो। किसानों की सहूलियत को ध्यान रखते हुए कृषि विभाग ने सीधे शिकायत सुनने की पहल की है। कोई भी किसान 266 रुपये से यूरिया की कीमत लेने वाले दुकानदार के खिलाफ कृषि निदेशालय के फोन नंबर 0612-2233555 पर शिकायत कर सकता है। कृषि विभाग का दावा है कि ऐसे उर्वरक विक्रेताओं के खिलाफ तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। यही नहीं, कृषि विभाग की किसानों से अपील है कि कालाबाजारी या अधिक कीमत वसूली की शिकायत जिला स्तर पर जिला पदाधिकारी या जिला कृषि पदाधिकारी से कर सकते हैं। कृषि विभाग ने दावा किया है कि सभी जिलों में 266 रुपये में 45 किलो प्रति बोरी की पैकिंग में यूरिया उपलब्ध है। किसी भी जिले में 360 या 400 रुपये कीमत कहीं भी किसानों से वसूल नहीं की जा रही है।
उर्वरक की बिक्री पर निगरानी रखने की जरूरत
किसानों को तय मूल्य पर खाद मिले, इसके लिए कृषि विभाग द्वारा जीरो टालरेंस नीति के तहत सतत निगरानी की जा रही है। जिला स्तर के अधिकारियों को भी उर्वरकों की बिक्री पर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। किसानों को विभिन्न माध्यमों से जागरूक किया जा रहा है। सभी जिला कृषि पदाधिकारियों भी नियमित रूप से छापेमारी कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। खरीफ 2021 में अभी तक कुल 660 छापेमारी की गई है, जिसमें से 32 विक्रेताओं का लाइसेंस निलंबित, 24 लाइसेंस रद, पांच पर प्राथमिकी और 149 विक्रेताओं से स्पष्टीकरण की मांग की गई है।
सभी जिलों में उर्वरक निगरानी समिति की बैठक जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में लगातार की जा रही है। निगरानी समिति खाद के बिक्री, मूल्य एवं उपलब्धता की नियमित समीक्षा की जा रही है। उर्वरक की बिक्री के निगरानी हेतु मुख्यालय स्तर से भी जांच दल गठित कर सभी जिलों में भेजी जा रही है। विभाग से यह सख्त निदेश है कि हर हाल में उर्वरकों की बिक्री पाश मशीन से करें। यही नहीं, किसान को रसीद भी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
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