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    पटना में थी गैंगवार शुरू होने की आशंका, जब्त होगी कुख्यात अजय वर्मा की संपत्ति

    By Prashant KumarEdited By: Akshay Pandey
    Updated: Tue, 24 Jun 2025 06:22 PM (IST)

    एसटीएफ और पटना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में अजय वर्मा और उसके तीन गुर्गे दबोच लिए गए। लंबे समय से उसका गिरोह भूमि पर अवैध कब्जा और रंगदारी वसूली में लगा था। इससे अजय वर्मा ने अकूत संपत्ति बनाई है।

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    पटना में गैंगवार होने की आशंका थी। सांकेतिक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, पटना। कुख्यात अजय वर्मा और उसके गुर्गे विरोधी गुट के सदस्य का अपहरण कर हत्या करने की फिराक में थे। इसके बाद राजधानी में गैंगवार शुरू होने की आशंका थी, जिसमें कई निर्दोष लोगों की जान-माल भी प्रभावित हो सकती थी।

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    अजय वर्मा के करीबी नंदकिशोर उर्फ पुटन सिंह के घर से पुलिस ने जर्मन और भारतीय आयुध फैक्ट्री में निर्मित दो रिवाल्वर, पिस्टल, दो मैग्जीन, 98 चक्र कारतूस, डोंगल, चार मोबाइल और कार जब्त की। इसकी जानकारी एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने मंगलवार को दी।

     

     

    उन्होंने बताया कि एसटीएफ और पटना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में अजय वर्मा और उसके तीन गुर्गे दबोच लिए गए। अजय वर्मा ने पटना सिटी इलाके में वर्चस्व कायम कर रखा था। लंबे समय से उसका गिरोह भूमि पर अवैध कब्जा और रंगदारी वसूली में लगा था। इससे अजय वर्मा ने अकूत संपत्ति बनाई है।

     

    बीएनएस 107 के तहत अपराध से अर्जित संपत्ति को जब्त करने का प्रस्ताव भेजा जाएगा। जेपी सेतु मोड़ पर कार से दबोचा गया साबिर एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली कि अजय वर्मा के विरोधी गुट के सदस्य को वैशाली जिले से अगवा करने का प्लान है। इसके बाद पटना लाकर उसकी हत्या की जाएगी। एसटीएफ ने पीछा कर रविवार की शाम दीघा थाना क्षेत्र में जेपी सेतु के मोड़ पर घेराबंदी कर महिंद्रा जायलो कार रोक ली, जिसमें साबिर आलम सवार था।

     

    वह कंगन घाट से जेपी गंगा पथ होकर जेपी सेतु से सोनपुर की तरफ भागने वाला था। साबिर आलमगंज थानांतर्गत घेरा मोहल्ला की रज्जाक कालोनी का रहने वाला है। उसने पूछताछ में अजय वर्मा, नंदकिशोर और अमित उर्फ पीलिया के नाम कबूले, जिसके बाद एसटीएफ ने पटना पुलिस के साथ तीनों के घरों पर दबिश दी।

     

    चार थानों की पुलिस पहुंची थी अजय वर्मा के घर सुल्तानगंज, आलमगंज, अगमकुआं और खाजेकलां थानों की पुलिस के साथ एसटीएफ की टीम ने घग्घा घाट स्थित अजय वर्मा के घर पर धावा बाेला था। उसकी निशानदेही पर पीलिया और गुड़ की मंडी मोहल्ले में स्थित घर से पुटन सिंह को पकड़ा गया। एसएसपी ने बताया कि 17 मई को खाजेकलां थानांतर्गत टिकिया टोली मोहल्ले में मो. नन्हें को गोली मारकर जख्मी कर दिया गया था।

     

    इस मामले में अजय वर्मा की तलाश की जा रही थी, लेकिन वह फरार चल रहा था। दिल्ली में कराई थी हत्या, वीडियो काल पर था कुख्यात नवंबर, 2017 में अजय वर्मा पर गुलबी घाट के समीप हमला किया गया था। उसे गर्दन में गोली मारी गई थी। इस मामले में अपराधी गुड्डू मुनीर का नाम सामने आया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। 

    जमानत पर छूटने के बाद वह दिल्ली भाग गया था। एसटीएफ के मुताबिक, उत्तर-पूर्वी दिल्ली के खजुरी खास इलाके में 13 मार्च 2021 को अजय वर्मा ने गुड्डू की हत्या करवा दी थी। लाइव हत्या देखने के लिए वह वीडियो काल पर था।

     

    इस बाबत खजुरी खास थाने में कांड संख्या 113/21 दर्ज है। शूटर ने पकड़े जाने के बाद अजय वर्मा का नाम लिया था। दिल्ली पुलिस उसकी तलाश में पटना आती थी, लेकिन अजय फरार मिलता था। अजय पर सुल्तानगंज, खाजेकलां, चौक, आलमगंज, पीरबहोर, कदमकुआं, कंकड़बाग, फुलवारीशरीफ और पटना जंक्शन रेल थाने में 28 से अधिक मामले दर्ज हैं।