आंख है अनमोल; न करें अनदेखी, धूलकण से बचें, आंखों को धोएं ठंडे पानी से
गर्मी के दिनों में आंखों की अनदेखी करना खतरे से खाली नहीं होगा। इसके लिए जरूरी है आप समय समय पर आंखों को ठंडे से धोते रहे। धूप में निकलने से पहले आंखों पर चश््मा लगाना न भूलें।
पटना [जेएनएन]। आंखें अनमोल हैं। इन दिनों मौसम में काफी तल्खी है। ऊपर से हवा में धूलकण से आंखों में काफी परेशानी हो सकती है। सुबह-शाम साफ पानी से आंखें धोने से राहत मिलेगी। आंखों से पानी आने, लाल हो जाने, तेज धूप में निकलने के बाद चमकने जैसी स्थिति कोई बीमारी नहीं है। बाहर निकलने पर धूलकण से बचने के लिए चश्मे का इस्तेमाल करें। उक्त बातें राजेंद्र नगर आइ हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. नरेश भीमसरिया ने कहीं।
आंखों से पानी गिरने के संबंध में डॉ. नरेश भीमसरिया ने कहा कि यह कोई बीमारी नहीं है। सुबह और शाम आंखों को पानी से धो लें। स्वत: ही समस्या दूर हो जाएगी। आंखों में दर्द के संबंध में कहा कि चश्मा पहनकर बाइक चलाएं। घर लौटने पर पानी से आंखें धो लें। धूल-कण और तेज हवा से बचने के लिए चश्मा पहनना जरूरी है। सभी लोगों को सुबह-शाम आंखों को पानी से धोना चाहिए। अनेक बीमारियां अपने आप दूर हो जाएंगी। बच्चों को स्कूल भेजने के पहले बच्चों की आंख को चिकित्सकों से एक बार जरूर जांच करा लेना चाहिए। इससे आने वाली समस्या का पता चल जाता है।
डॉ. नरेश भीमसरिया ने मोतियाबिंद के ऑपरेशन के संबंध में कहा कि यह ऑपरेशन के बाद ठीक हो जाती है लेकिन यदि फिर भी देखने में दिक्कत हो तो इसकी दूसरे आंखों की भी जांच करवा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि आप उच्च रक्तचाप और मधुमेह की बीमारी से ग्रसित है तो इसके लिए जरूरी है कि सबसे पहले इसे आप कंटओल में रखें। और आंखों की जांच को दो साल के अंतराल पर अवश्य करवाते रहे ताकि आपकी आंखों की सेहत बरकरार रह सके।