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    बीएसएससी की परीक्षा में अचानक गायब हो गया प्रश्‍नपत्र, पटना के केंद्र पर खूब हुआ हंगामा

    By Shubh Narayan PathakEdited By:
    Updated: Fri, 16 Jul 2021 03:39 PM (IST)

    BSSC typing test for Inter level exam इंटर स्तरीय टाइपिंग टेस्ट के दौरान अभ्यर्थियों को टाइपिंग के लिए अंग्रेजी का मैटर नहीं आने और समय काउंट करने को लेकर हंगामा किया। काफी संख्या में अभ्यर्थियों ने पाटलिपुत्र स्थित टीसीएस के आयआन डिजिटल जोन के गेट नंबर दो पर हंगामा किया।

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    बिहार कर्मचारी चयन आयोग ले रहा है टाइपिंग टेस्‍ट। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

    पटना, जागरण संवाददाता। बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) के प्रथम इंटर स्तरीय टाइपिंग टेस्ट के दौरान गुरुवार को चौथे शिफ्ट के अभ्यर्थियों को टाइपिंग के लिए अंग्रेजी का मैटर नहीं आने और समय काउंट करने को लेकर हंगामा किया। काफी संख्या में अभ्यर्थियों ने पाटलिपुत्र स्थित टीसीएस के आयआन डिजिटल जोन के गेट नंबर दो पर हंगामा किया। अभ्यर्थी राहुल कुमार, सतीश कुमार, रंजन, भोला, अजय, चंदन, निरंजन, सरोज सहित अन्य अभ्यर्थियों ने बताया कि चौथे शिफ्ट में आयआन डिजिटल जोन-2 में टाइपिंग टेस्ट चल रहा था। लैब नंबर 12, 14, 16, 18 में टाइपिंग पूरे समय नहीं चली।

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    टाइपिंग के लिए नहीं मिला पूरा वक्‍त

    सबसे पहले हिंदी के लिए टाइपिंग का मैटर आया। इसके लिए समय खत्म होने के बाद अंग्रेजी के लिए मैटर नहीं आया, जबकि समय की काउंटिंग चल ही रही थी। दोपहर 3:47 बजे के बाद टाइपिंग के लिए शब्द खुद गायब हो गए। इस बाबत लैब इंचार्ज से भी शिकायत की गई, लेकिन, कोई जबाव नहीं दिया और समय की समाप्ति के बाद सेंटर से बाहर कर दिया। बाद में पहुंची पुलिस ने मामले को लेकर उ'चाधिकारियों को जानकारी देने की बात कहते हुए सभी को भगा दिया। इस संदर्भ में बीएसएससी के सचिव ओम प्रकाश पाल से फोन व मैसेज के माध्यम से बात करने की कोशिश की गई। उन्होंने फोन नहीं उठाया और मैसेज का भी जवाब नहीं दिया।

    सात वर्षों से चल रही प्रक्रिया

    बीएसएससी की ओर से वर्ष 2014 में तीन दर्जन से अधिक विभागों में 12,140 से अधिक पदों पर नियुक्ति के लिए सात वर्षों से प्रक्रिया चल रही है। इस परीक्षा के लिए वर्ष 2014 में लगभग 18 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। आयोग की ओर से पहली बार 29 जनवरी 2017 एवं पांच फरवरी 2017 को परीक्षा ली गई। प्रश्न पत्र लीक होने के बाद परीक्षा रद कर दी गई थी। बाद में पीटी व मेंस परीक्षा आयोजित की गई। मामले में तत्कालीन अध्यक्ष व सचिव जेल भी गए। सचिव अब भी जेल में हैं।

    प्रमुख पद

    पर्यावरण विभाग में वनरक्षी : 693

    पुलिस विभाग में आशु सहायक अवर निरीक्षक : 87

    पुलिस विभाग में टंकण सहायक अवर निरीक्षक : 78

    अल्पसंख्यक विभाग में सहायक उर्दू अनुवादक : 96

    जिला उपभोक्ता फोरम में आशुटंकक-आशुलिपिक : 61

    ग्रामीण विकास विभाग में पंचायत सचिव: 3161

    आइपीआरडी में लिपिक : 35

    निम्नवर्गीय लिपिक- पर्यावरण एवं वन विभाग : 56

    भूमि एवं राजस्व विभाग में राजस्व कर्मचारी : 4353