बेटी के प्रेमी ने 1.50 लाख की सुपारी देकर कराई थी अधिवक्ता की हत्या, मुख्य आरोपित, दोनों शूटर सहित आठ आरोपित गिरफ्तार
बेटी और उसके बीच के संबंध अधिवक्ता को पसंद नहीं था। बेटी को इस संबंध में काफी डांट फटकार किया था जो सोनू को नागवार गुजरा और उसने अपने साथियों के साथ मिलकर अधिवक्ता की हत्या की योजना बना ली। इसके लिए उसने दो शूटर को भी हायर किया था।

जागरण संवाददाता, पटना। सुल्लानगंज में अशोक राजपथ पर अधिवक्ता जितेंद्र कुमार मेहता की हत्या का मास्टरमाइंड उनकी बेटी का प्रेमी मो. शोएब उर्फ सोनू निकला। बेटी और उसके बीच के संबंध अधिवक्ता को पसंद नहीं था। बेटी को इस संबंध में काफी डांट-फटकार किया था, जो सोनू को नागवार गुजरा और उसने अपने साथियों के साथ मिलकर अधिवक्ता की हत्या की योजना बना ली। इसके लिए उसने दो शूटर को हायर किया था।
डेढ़ लाख की सुपारी देकर हत्या कराई थी। शूटरों को एडवांस में दस हजार रुपये दिए थे। पटना पुलिस ने 24 घंटे में हत्या की गुत्थी सुलझा ली और 48 घंटे में मुख्य आरोपित सोनू, दोनों शूटर, लाइनर सहित आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया। हत्या में इस्तेमाल काले रंग की बाइक और एक पिस्टल, दो मैगजीन के साथ पांच गोली को भी बरामद किया है।
गिरफ्तार आरोपितों की पहचान सुल्तानगंज निवासी सोनू, आदित्य कुमार उर्फ वीषू, निरंजन कुमार उर्फ लकी, आलमगंज निवासी नंदन कुमार, बहादुरपुर का आकाश उर्फ कल्लू, पीरबहोर निवासी मो. अली उर्फ शाहिल, आलमगंज निवासी हिमांशु कुमार और अगमकुआं के रौनक कुमार के रूप में हुई है। हालांकि, छानबीन में इस घटना में बेटी की संलिप्तता सामने नहीं आई है।
एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा ने बताया कि 13 जुलाई की दोपहर दो बजे सुल्तानगंज थाना को सूचना मिली कि ट्रेनिंग कॉलेज के पास अशोक राजपथ पर केनरा बैंक के ठीक सामने मुख्य मार्ग पर एक व्यक्ति की गोली मारकर जख्मी कर दिया गया है। उनकी पहचान सुल्तानगंज के मुहम्मदपुर लेन निवासी 45 वर्षीय जितेंद्र कुमार मेहता के रूप में हुई। उपचार के क्रम में उनकी मौत हो गई थी।
मामले की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया। तकनीकी अनुसंधान के बाद पुलिस ने सबसे पहले घटना में इस्तेमाल काले रंग की बाइक को बरामद किया। वह बाइक चोरी की निकली। जांच में पता चला कि जितेंद्र कुमार की बड़ी बेटी का सोनू नाम के युवक से संबंध था, जिसको लेकर मृतक के द्वारा बेटी को काफी फटकार लगाया गया था। इस बात की जानकारी सोनू को हुई।
सोनू अपने संबंधों को जारी रखने के लिए जितेंद्र कुमार मेहता की हत्या की योजना अपने सहयोगियों आदित्य कुमार, निरंजन कुमार, नंदन सहित सात साथियों के साथ मिलकर बनाई थी। फिर सोनू को गिरफ्तार किया गया। उसने घटना में संलिप्तता स्वीकार करते हुए अपने साथियों का नाम भी उजागर कर दिया, जो इस घटना में संलिप्त थे।
आदित्य ने मारी थी गोली, निरंजन चला रहा था बाइक
सोनू ने घटना को अंजाम देने के लिए आकाश और मो. अली से संपर्क किया था। इन दोनों ने शूटर आदित्य और निरंजन को हायर किया। दोनों को डेढ़ लाख में हत्या की सुपारी दी गई। एडवांस में दस हजार रुपये दिए गए थे, बाकी की रकम मामला शांत होने के बाद देना था। हत्या की योजना तीन दिन पहले बनाई गई थी। चोरी की बाइक का इंतजाम किया गया। फिर आदित्य और निरंजन बाइक से निकले थे। निरंजन बाइक चला रहा था और आदित्य ने अधिवक्ता को गोली मारी थी।
2022 में सोनू ने किया था कार्ट मैरिज
सोनू मूल रूप से पीरबहोर के गोलकपुर लॉ कॉलेज राेड पर रहता है। एसी बनाने का काम करता है। पहले से वह शादीशुदा है और बच्चे भी हैं। इसके बाद भी उसने अधिवक्ता की बेटी से वर्ष 2022 में कोर्ट मैरिज कर लिया था। विरोध के बाद बेटी पिता के घर ही रह रही थी।
हत्या के बाद हमदर्दी जताने पहुंचा था घर
अधिवक्ता की हत्या के बाद भी शोएब उर्फ सोनू हमदर्दी जताने के लिए उनके घर पहुंचा था। घटना के बाद पुलिस कई बिन्दुओं पर जांच कर रही थी। तभी तकनीकी अनुसंधान में पुलिस को ऐसा साक्ष्य मिला कि जांच की दिशा बदल गई। पुुलिस ने सोनू को उठाया तो उसने सब कबूल कर लिया। इस तरह पुलिस ने केस को 24 घंटे के भीतर सुलझा लिया, लेकिन आरोपितों की गिरफ्तारी और हत्या में इस्तेमाल पिस्टल को बरामद करने में 48 घटे लग गए।
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