मंगल तालाब किनारे कला और खेल का संगम
मंगल तालाब के किनारे पाटलिपुत्र परिषद भवन तैयार हो गया है। ...और पढ़ें

अहमद रजा हाशमी, पटना सिटी । मंगल तालाब के किनारे पाटलिपुत्र परिषद भवन तैयार हो गया है। इसकी आंतरिक साज-सज्जा की जा रही है। शीघ्र ही इसका उद्घाटन होगा। भूतल समेत दो मंजिला इस बेहद आकर्षक भवन में शिक्षा, साहित्य, कला और खेल को परवान चढ़ाने की तैयारी है। यहां योगा सेंटर भी होगा। कई बड़े हॉल और एक सौ से अधिक लोगों के बैठने की क्षमता वाले संवाद कक्ष का इस्तेमाल स्थानीय स्तर पर होने वाली शैक्षणिक एवं खेलकूद गतिविधियों के लिए होगा। काजू के आकार वाले तालाब किनारे बना यह भवन आते-जाते हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है।
पाटलिपुत्र परिषद के महासचिव संजीव यादव ने बताया कि उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने अपने विधान पार्षद निधि 2.40 करोड़ से इस भवन की बुनियाद 6 फरवरी 2018 में रखी थी। वर्ष 1938 में स्थापित परिषद की निगरानी में यहां शिक्षा, साहित्य, कला एवं खेलकूद की गतिविधियां नियमित होंगी। इसके लिए विशेष कमेटी गठित की जाएगी।
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पहली मंजिल पर टेनिस
हॉल और संवाद कक्ष
भवन के भूतल में बैडमिटन हॉल, योग सेंटर, हर्बल पार्क, वेटिंग हॉल है। पहली मंजिल पर टेबल टेनिस हॉल, संवाद कक्ष है। दूसरी मंजिल पर बिलियर्ड्स हॉल एवं परिषद का कार्यालय होगा। इस भवन के एक सिरे पर अति प्राचीन बिहार हितैषी पुस्तकालय तो दूसरे सिरे पर उर्दू लाइब्रेरी है। तालाब किनारे ही लगभग पांच सौ लोगों के बैठने की क्षमता वाला मुक्ताकाश मंच और बगल में कैफेटेरिया है। पाटलिपुत्र परिषद भवन का शुभारंभ होते ही यहां का वातावरण शैक्षणिक और अनुकरणीय होगा।

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