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    तेजस्वी यादव ने मुसलमानों पर चिराग पासवान के बयान पर किया पलटवार, कहा- उन्हें सत्ता का लालच है

    Updated: Sun, 26 Oct 2025 03:09 PM (IST)

    तेजस्वी यादव ने चिराग पासवान के मुस्लिम मुख्यमंत्री वाले बयान पर पलटवार करते हुए उन्हें सत्ता का लालची बताया। चिराग ने आरोप लगाया था कि राजद 2005 में मुस्लिम मुख्यमंत्री बनाने को तैयार नहीं थी। तेजस्वी ने कहा कि चिराग के बयानों का कोई महत्व नहीं है, क्योंकि वे सत्ता के लिए समझौता करते हैं। उन्होंने एनडीए पर चिराग के परिवार में आग लगाने का आरोप भी लगाया।

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    तेजस्वी यादव का चिराग पासवान पर पलटवार

    डिजिटल डेस्क, पटना। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के तेजस्वी यादव ने मुसलमानों के मुद्दे पर चिराग पासवान के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कहा कि उन्हें 'सत्ता का लालच' है।

    दरअसल, चिराग पासवान ने कहा था कि उनके पिता राम विलास पासवान, 2005 में बिहार के लिए एक मुस्लिम मुख्यमंत्री चाहते थे, लेकिन RJD इसके लिए तैयार नहीं हुई। उन्होंने कहा कि यह पार्टी बिहार को न तो मुस्लिम मुख्यमंत्री देने को तैयार है और न ही उप मुख्यमंत्री।

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    पासवान के कमेंट के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा, "वह क्या कहते हैं या नहीं कहते, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। उनका विजन क्या है?"उन्होंने चिराग पासवान और उनके अलग हो चुके चाचा पशुपति कुमार पारस के बीच राम विलास पासवान की मौत के बाद हुए झगड़े का जिक्र करते हुए कहा, "NDA के लोगों ने चिराग के परिवार में आग लगाई थी। इसके बाद भी वह सत्ता के लालच में NDA के साथ हैं। चिराग सत्ता के लिए समझौता करते हैं। इसीलिए उनके बयानों को अहमियत नहीं दी जाती।"

    चिराग ने X पर पोस्ट किया, जो साफ तौर पर अल्पसंख्यक समुदाय को संबोधित था, "2005 में, मेरे नेता, मेरे पिता, स्वर्गीय राम विलास पासवान जी ने एक मुस्लिम मुख्यमंत्री बनाने के लिए अपनी पार्टी तक कुर्बान कर दी थी। फिर भी, आपने उनका साथ नहीं दिया।"

    केंद्रीय मंत्री ने कहा, "RJD 2005 में भी मुस्लिम मुख्यमंत्री के लिए तैयार नहीं थी और आज 2025 में भी यह बिहार को न तो मुस्लिम मुख्यमंत्री और न ही उप मुख्यमंत्री देने को तैयार है। अगर आप बंधुआ वोट बैंक बने रहेंगे, तो आपको सम्मान और भागीदारी कैसे मिलेगी?"

     

    2005 में क्या हुआ था?

    साल 2005 के पहले विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। जनता दल (यूनाइटेड) और बीजेपी वाले NDA को 92 सीटें मिलीं, जबकि RJD ने 75 सीटें, LJP ने 29 सीटें और कांग्रेस ने 10 सीटें जीतीं।

    RJD कांग्रेस और LJP के साथ मिलकर गठबंधन सरकार नहीं बना पाई, क्योंकि पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी तभी सपोर्ट करेगी, जब राज्य का मुख्यमंत्री कोई मुस्लिम बनेगा।

    हालांकि बिहार में कोई सरकार नहीं बन पाई, इसलिए उसी साल अक्टूबर-नवंबर में फिर से चुनाव हुए, जिसमें NDA को बहुमत मिला और उसने अपनी सरकार बनाई।