Bihar Politics: बिहार विधानसभा में SIR मुद्दे पर जोरदार हंगामा, राजद नेता के बयान पर माफी की मांग
बिहार विधानसभा में एसआईआर मुद्दे पर तीसरे दिन भी विपक्ष ने हंगामा किया। राजद नेता भाई वीरेंद्र के एक बयान पर सत्ता पक्ष ने माफी की मांग की। वीरेंद्र ने कहा कि सदन किसी की जागीर नहीं है और उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा। तेजस्वी यादव ने दावा किया कि जगदीप धनखड़ का इस्तीफा भाजपा को नीतीश कुमार के बारे में पुनर्विचार करने पर मजबूर करेगा।

जागरण संवाददाता, पटना। बिहार में एसआईआर के खिलाफ विपक्ष का आक्रामक रुख कम होता नहीं दिख रहा है। बिहार विधानसभा में तीसरे दिन भी विपक्ष ने इस मुद्दे पर जमकर हंगामा किया। सत्र के दौरान राजद नेता भाई वीरेंद्र के एक बयान को लेकर सत्ता पक्ष के सभी नेता उन पर हमलावर हो गए। सत्ता पक्ष के नेताओं ने राजद नेता से माफी मांगने को कहा। सदन से बाहर आकर राजद विधायक ने इस मामले में सफाई दी।
बिहार विधानसभा के मानसून सत्र में राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा, "मैंने जो भी कहा है, मैं उस पर कायम हूं। मैंने कहा है कि सदन किसी की जागीर नहीं है। मैंने जो कहा, उसमें क्या गलत था? यह संसदीय भाषा है... इसके बाद मंत्री गाली-गलौज करने लगे। मैं किस बात की माफी मांगूं? मैंने क्या गलत किया है?... क्या विजय सिन्हा हमारे नेता हैं? क्या वह हमारे मालिक हैं? वे मेरे सामने पैदा हुए हैं..."
गौरतलब है कि बुधवार (23 जुलाई) को बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बीच इसे लेकर तीखी बहस देखने को मिली थी। सीएम नीतीश कुमार ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि जब आपके माता-पिता का राज था, तब राजधानी पटना में शाम को भी कोई बाहर नहीं निकलता था।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को दावा किया कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ का इस्तीफा भाजपा को बिहार में नीतीश कुमार को एनडीए का नेता बनाए रखने की अपनी मजबूरी पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर करेगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एक हालिया बयान का हवाला देते हुए तेजस्वी ने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद नीतीश का वही हश्र होगा जो महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे का हुआ था। शिंदे को भाजपा के देवेंद्र फडणवीस के लिए जगह बनानी पड़ी थी।
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