Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar Politics: तेजस्वी यादव पर बरसे BJP प्रवक्ता, कहा- 10वीं फेल आदमी समीक्षा बैठक के मायने नहीं समझ सकता

    Updated: Sun, 22 Sep 2024 10:33 PM (IST)

    बिहार भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर मिश्र ने तेजस्वी यादव के समीक्षा बैठक पर दिए बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि 10वीं फेल कोई व्यक्ति समीक्षा बैठक के मायने नहीं समझ सकता। तेजस्वी को पहले ठीक से पढ़ाई करनी चाहिए। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि मुर्गे को लगता है कि उसकी बांग से ही सबेरा होता है। तेजस्वी को भी ऐसी ही गलतफहमी हो गई है।

    Hero Image
    10वीं फेल तेजस्वी नहीं समझ सकते समीक्षा बैठक के मायने : प्रभाकर मिश्र

    राज्य ब्यूराे, पटना। बिहार भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर मिश्र ने समीक्षा बैठक को लेकर दिए गए तेजस्वी यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि 10वीं फेल कोई व्यक्ति समीक्षा बैठक के मायने नहीं समझ सकता। तेजस्वी को पहले ठीक से पढ़ाई करनी चाहिए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि मुर्गे को लगता है कि उसकी बांग से ही सबेरा होता है। तेजस्वी को भी ऐसी ही गलतफहमी हो गई है, इसलिए आजकल बिना फीस के वकील बन गए हैं।

    उन्होंने कहा कि सरकार तेजस्वी से अनुमति लेकर कोई काम करेगी क्या? यह लाठी में तेल पिलाने वाली सरकार नहीं है। कोई भी कदम उठाने से पहले स्थितियों की समीक्षा की जाती है। बेहतरी के लिए मंत्रियों और अधिकारियों से विचार-विमर्श किया जाता है।

    जयंती पर राष्ट्रकवि को नमन : नंद किशोर यादव

    विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने राष्ट्रभक्ति से ओत प्रोत कवि, साहित्यकार, सांसद और पद्म विभूषण से सम्मानित रामधारी सिंह 'दिनकर' की जयंती पर उन्हें कोटिशः नमन करते हुए भावांजलि अर्पित की है।

    उन्होंने कहा कि दिनकर जी स्वतंत्रता पूर्व एक विद्रोही कवि और स्वतन्त्रता के बाद 'राष्ट्रकवि' के नाम से जाने गए। उन्होंने अपनी कविताओं में ओज, विद्रोह, आक्रोश एवं क्रान्ति की पुकार को पिरोया और साथ ही सामाजिक एवं आर्थिक समानता की बात भी कही।

    उन्होंने कहा कि दिनकर जी स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद वर्ष 1952 के दौरान भारत के प्रथम संसद में राज्यसभा सदस्य चुने गए और बिहार विश्वविद्यालय में हिंदी के विभागाध्यक्ष एवं भागलपुर विश्वविद्यालय के उप कुलपति बने। उन्हें साहित्य सृजन में उत्कृष्ट योगदान के लिए पद्म विभूषण, साहित्य अकादमी और भारतीय ज्ञानपीठ जैसे पुरस्कारों से अलंकृत किया गया।