Move to Jagran APP

Bihar Political Crisis: नीतीश के बिना भी बन सकती है तेजस्वी की सरकार, इस समीकरण से सत्ता पर कर सकते हैं कब्जा

Bihar Politics बिहार की सियासत में एक बार फिर से भूचाल आ गया है। बीजेपी और आरजेडी की बैठक लगातार जारी है। बीजेपी जहां नीतीश कुमार को अपने पाले में करने के लिए जी जान से जुट गई है। वही आरजेडी भी सरकार बचाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है। हालांकि तेजस्वी यादव एक समीकरण के तहत सरकार बचा भी सकते हैं।

By Sanjeev KumarEdited By: Sanjeev KumarPublished: Sat, 27 Jan 2024 10:40 AM (IST)Updated: Sun, 28 Jan 2024 07:26 PM (IST)
तेजस्वी यादव बना सकते हैं सरकार (जागरण)

डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar News Today: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा परिवारवाद पर हमला बोलने के बाद महागठबंधन में दरार आ गई है। नीतीश कुमार ने जहां कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है वहीं अब तेजस्वी ने भी मुख्यमंत्री से दूरी बना ली है।

loksabha election banner

अब सवाल उठ रहा है कि अगर नीतीश कुमार एनडीए के साथ जाते हैं तो फिर महागठबंधन सरकार का क्या होगा? क्या तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) फिर से सरकार बनाएंगे? तो चलिए आज की मौजूदा समीकरण से समझने की कोशिश करते हैं कि अगर नीतीश कुमार ने महागठबंधन का साथ छोड़ दिया तब इस परिस्थिति में क्या होगा?

पहले समझिए बिहार का मौजूदा समीकरण ( bihar vidhan sabha seat)

बिहार विधानसभा कुल 243 सदस्य वाला सदन है। सरकार बनाने के लिए 122 विधायकों की जरूरत पड़ती है। लालू यादव की आरजेडी 79 सदस्यों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है।

वहीं बीजेपी 78 विधायकों के साथ दूसरे नंबर पर है। यानी आरजेडी और भाजपा दोनों अकेले दम पर सरकार नहीं बना सकती। इसलिए इन दोनों को नीतीश कुमार की जरूरत है।

तेजस्वी यादव इस तरह से बना सकते हैं सरकार

Bihar Politics: अब चलिए समझते हैं कि तेजस्वी यादव के पास नीतीश कुमार के बिना सरकार बनाने का मौका कैसे है। तेजस्वी यादव अपनी सरकार कैसे बचा सकते हैं। दरअसल, तेजस्वी यादव की आरजेडी के पास 79 सीटें हैं। फिर महागठबंधन में शामिल कांग्रेस के 19 और लेफ्ट के 16 विधायक हैं।

अब इन सभी को जोड़ लें तो कुल 114 सीटें हो जाएंगी। अब आरजेडी (RJD) को केवल 8 सीटें चाहिए सरकार बनाने के लिए। यदि आरजेडी, जीतन राम मांझी की पार्टी को मनाने में कामयाब हो जाती है तो फिर फिर 4 सीट और आ जाएंगा। जिससे पार्टी 118 पर पहुंच जाएगी।

इसके बाद अगर ओवैसी की पार्टी का एक विधायक भी समर्थन कर दे तो यह आंकड़ा 119 हो जाएगा। फिर आरजेडी को केवल 3 सीट की जरूरत पड़ेगी। अब यहां से मुश्किलें खड़ी होती हैं। लेकिन इसका भी समाधान हो सकता है।

मान लीजिए अगर बीजेपी और जेडीयू के छह विधायक इस्तीफा दे दें तो बिहार विधानसभा में 237 सीटें बहुमत के लिए चाहिए होगा जिसके बाद तेजस्वी यादव आसानी से सरकार बना लेंगे।

यह भी पढ़ें

Bihar Politics Live: महागठबंधन नहीं टूट रहा, आरजेडी ने बताया अफवाह; कांग्रेस ने पूर्णिया में बुलाई बैठक

Chirag Paswan: नीतीश कुमार के आने से चिराग पासवान नाराज? एनडीए से गठबंधन पर दिया बड़ा बयान


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.