लालू परिवार के घमासान में आमने-सामने दिख रहे तेजस्वी-तेज प्रताप, निर्णायक दौर में दोनों भाइयों की लड़ाई
लालू परिवार में तेजस्वी यादव एवं तेज प्रताप यादव के बीच का शीतयुद्ध अब सतह पर आ चुका है। लालू प्रसाद यादव को दिल्ली में बहन मीसा भारती के घर पर बंधक बनाए जाने का आरोप लगाकर तेज प्रताप ने तेजस्वी से आमने-सामने की लड़ाई का संकेत दे दिया है।

पटना, अरविंद शर्मा। Bihar Politics लालू परिवार (Lalu Family) में दो भाइयों का शीतयुद्ध अब प्रत्यक्ष युद्ध में बदलता दिख रहा है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख को दिल्ली में बंधक (Hostage) बनाए जाने का आरोप लगाकर तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने संकेत कर दिया है कि वह अब पर्दे में रहकर नहीं, बल्कि सामने आकर लड़ने (Direct Fight) की तैयारी कर चुके हैं। आरोप इशारों में लगाए गए हैं, लेकिन संकेत साफ है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और मीसा भारती (Misa Bharti) मुख्य निशाने पर हैं। सुलह के लिए उन्होंने पहले पांच गांव की मांग की थी। नहीं मिला तो राजनीतिक उत्तराधिकार की लड़ाई निर्णायक दौर में पहुंच गई है।
अब स्वयं ही अर्जुन बनना चाहते हैं तेज प्रताप
तेजस्वी को कभी अर्जुन (Arjun) और स्वयं को श्रीकृष्ण (Srikrishna) बताने वाले तेज प्रताप की प्राथमिकता बदल गई है। अब तेजस्वी को नहीं, बल्कि स्वयं ही अर्जुन बनना चाहते हैं। इसी मकसद से उन्होंने छात्र आरजेडी के समानांतर अपना संगठन भी बनाया। नाम दिया- छात्र जनशक्ति परिषद। राजनीतिक दल की तरह ही इसका निबंधन भी कराया है। सिंबल तय किया। हर कदम पर आरजेडी से मुकाबला भी कर रहे हैं।
हर कदम पर आरजेडी से कर रहे मुकाबला
तेजस्वी ने जब आरजेडी नेताओं और कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण शिविर लगाया तो तेज प्रताप ने भी देर नहीं की। उन्होंने भी अपने संगठन की कार्यशाला लगा दी। अपना अलग संविधान भी बनाया। यानी हर स्तर पर आरजेडी से मुकाबला तथा अपने भाई को चुनौती। सिंबल को लेकर भी विवाद हो चुका है। तेज प्रताप ने अपने संगठन के लिए हाथ में लालटेन सिंबल तय किया। यह आरजेडी की लालटेन से मिलता-जुलता था। विवाद हुआ। आरजेडी की ओर से ऐतराज जताया गया तो बदल कर बांसुरी कर लिया।
आरजेडी से दूर होते जा रहे लालू के बड़े लाल
तेज प्रताप ने आरजेडी के सहयोगी के रूप में काम कर रहे दो संगठनों धर्मनिरपेक्ष स्वयंसेवक संघ (DSS) और यदुवंशी सेना (Yaduvanshi Sena) का विलय भी अपने संगठन में करा लिया है। इसे भी महज संयोग नहीं कहा जा सकता है कि तेजस्वी ने डाक्टरों से संवाद का आयोजन किया तो तेज प्रताप की तरफ से बयान आया कि उनका संगठन बिहार के बाहर भी यूपी एवं झारखंड में डाक्टरों को जोड़ने की पहल करेगा। संकेत साफ है कि लालू के बड़े लाल तेज प्रताप आरजेडी से धीरे-धीरे दूर होते चले जा रहे हैं।
अपने नहीं दे रहे साथ, मीसा से भी बढ़ी दूरी
तेज प्रताप के आरोप बता रहे हैं कि जिस महाभारत की ओर वह बढ़ रहे हैं, उसमें उनके अपने भी साथ नहीं रह गए हैं। पहले माना जाता था कि तेज प्रताप को मीसा भारती का साथ मिला हुआ है, लेकिन हाल के दिनों में जिस तरह से तेज प्रताप संगठन से दूर होते चले गए, उससे मीसा भारती ने भी उनका साथ छोड़ दिया है। अब तेज प्रताप अकेले खड़े हैं। एक दिन पहले उन्होंने लालू को दिल्ली में बंधक बनाकर रखने का आरोप लगाया था। जाहिर है, लालू अभी दिल्ली में मीसा भारती के सरकारी आवास में हैं। तेज प्रताप ने संकेतों में मीसा भारती को भी कठघरे में खड़ा किया है। हालात बता रहे कि मीसा से भी उनकी दूरी बढ़ गई है।
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