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    Tej Pratap Yadav: बिहार में असली 'जयचंद' कौन? तेज प्रताप के सवाल पर सबके अपने राग, अब मचेगा सियासी बवाल

    Updated: Mon, 02 Jun 2025 03:15 PM (IST)

    बिहार की राजनीति में जयचंद का मुद्दा गरमाया हुआ है। बीजेपी ने राजद नेताओं पर तंज कसते हुए जयचंद ढूंढने की बात कही है। सम्राट चौधरी ने लालू यादव पर निशाना साधा है। तेज प्रताप यादव ने भी पार्टी के कुछ नेताओं पर जयचंद होने का आरोप लगाया था। जदयू ने भी इस मामले में राजद पर हमला बोला है। आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है।

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    राजद नेता तेजस्वी यादव और उनके भाई तेज प्रताप यादव। फाइल फोटो

    डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार की सियासत में ‘जयचंद’ का नाम एक बार फिर चर्चा में है। भारतीय जनता पार्टी ने हाल ही में एक पोस्टर शेयर किया, जिसमें ‘जयचंद’ का जिक्र कर राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं पर तंज कसा गया है। वहीं, इस पोस्टर में बीजेपी ने आरजेडी के अंदर जयचंद कौन है इसका खुलासा करने की बात कही है। बीजेपी ने अपने पोस्टर में लिखा है- आजकल ‘जयचंद चर्चा’ चल रही। जयचंद कौन?

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    वहीं, इस पोस्टर के बाद सम्राट चौधरी ने बिना नाम लिए लालू यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी और कर्पूरी ठाकुर जी से विश्वासघात कर कांग्रेस की गोद में बैठने वाला बिहार का जयचंद कौन है? एक ही जयचंद हैं! सबको पता है।

    बीजेपी के पोस्टर में 'जयचंद' का उल्लेख तेज प्रताप यादव के उस सोशल मीडिया पोस्ट से जोड़ा जा रहा है, जिसमें उन्होंने पार्टी के कुछ नेताओं को 'जयचंद' कहकर साजिश का आरोप लगाया था।

    इस मामले पर बिहार बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, जिस तरह से तेज प्रताप राजद के अंदर किसी को 'जयचंद' कह रहे हैं, यह साफ तौर पर दोनों भाइयों के बीच का मामला है। मैं उनके पारिवारिक विवाद में हस्तक्षेप नहीं करना चाहता। मैं राजद और कांग्रेस दोनों के नेताओं को सलाह देना चाहूंगा कि जब दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कह रहा है कि राजनीति में कभी किसी के निजी जीवन में दखल नहीं देना चाहिए, तो इस सिद्धांत का पालन अन्य राजनीतिक दलों को भी करना चाहिए..."

    इस पूरे घटनाक्रम पर केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने भी एक्स पर पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा- अपने शासनकाल में दलितों-पिछड़ों-वंचितों का नरसंहार कराने वाला सत्ताधीश जयचंद कौन था? “कौन था समाज का जयचंद” “सब जानतें हैं जंगलराज के पनाहगाहों को, सब पहचानतें हैं बिहार के जयचंद को जो उस वक्त के बिहार के सत्ताधिकाज थें”

    क्या तेज प्रताप का मामला?

    बता दें कि तेज प्रताप को आरजेडी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है, जब उन्होंने अनुष्का यादव के साथ अपने कथित रिश्ते का खुलासा किया था।

    पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने निष्कासन पत्र जारी किया, जिसमें केवल एक पंक्ति में उनका निष्कासन घोषित किया गया। लालू प्रसाद यादव ने इसे सामाजिक और पारिवारिक मूल्यों के खिलाफ बताया था।

    'हर साजिश को जल्द बेनकाब करूंगा'

    दरअसल, तेज प्रताप यादव ने हाल ही में सोशल मीडिया में दो पोस्ट किए थे। तेजस्वी यादव को संबोधित करते हुए एक में लिखा, मेरे अर्जुन से मुझे अलग करने का सपना देखने वालों, तुम कभी अपनी साजिशों में सफल नहीं हो सकोगे, कृष्ण की सेना तो तुम ले सकते हो, लेकिन खुद कृष्ण को नहीं। हर साजिश को जल्द बेनकाब करूंगा। बस मेरे भाई भरोषा रखना मैं हर परिस्थिति में तुम्हारे साथ हूं, फिलहाल दूर हूं, लेकिन मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ था और रहेगा। मेरे भाई मम्मी पापा का ख्याल रखना, जयचंद हर जगह है अंदर भी और बाहर भी।

    इसके पहले तेज प्रताप यादव ने माता-पिता लालू यादव और राबड़ी देवी को इंगित करते हुए लिखा, मेरे प्यारे मम्मी पापा….मेरी सारी दुनिया बस आप दोनों में ही समाई है। भगवान से बढ़कर हैं आप और आपका दिया कोई भी आदेश। आप हैं तो सबकुछ है मेरे पास। मुझे सिर्फ आपका विश्वास और प्यार चाहिए ना कि कुछ और। पापा आप नहीं होते तो ना ये पार्टी होती और ना मेरे साथ राजनीति करने वाले कुछ जयचंद जैसे लालची लोग। बस मम्मी पापा आपदोनो स्वस्थ और खुश रहे हमेशा।

    राजद में तेज प्रताप यादव की तेजस्वी यादव के बेहद करीबी कहे जाने वाले राज्यसभा सांसद संजय यादव से कभी नहीं बनी। अब जब बार-बार 'जयचंद' का जिक्र आ रहा है तो कड़ियों की लड़ियां जुड़ती जा रही हैं और इस बात से की चर्चा सियासी गलियारों में काफी जोर पर है कि तेज प्रताप यादव जिस ओर इशारा कर रहे हैं, क्या वह संजय यादव ही हैं?

    बिहार की राजनीति को जानने समझने वाले सभी इस बात से वाकिफ हैं कि राजद में तेज प्रताप यादव और संजय यादव से एक तरह की अदावत चलती है।

    नीतीश कुमार की पार्टी की एंट्री

    नीतीश कुमार की पार्टी जदयू भी इस मामले में पॉलिटिकल माइलेज लेने की कोशिश कर रही है। जदयू ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर लिखा- समाजवादी आंदोलन के नेताओं से छल करके कांग्रेस की गोद में बैठ कर बिहार को बर्बादी के गड्ढे में धकेलने वाले बिहार के जयचंद को कौन नहीं जानता?