Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Tej Pratap Yadav: सामने आने वाला है सच... तेज प्रताप यादव ने कर दिया इशारा, बोले- इसका अंत मैं करूंगा

    Updated: Thu, 19 Jun 2025 05:26 PM (IST)

    राजद नेता तेज प्रताप यादव ने एक्स पर पोस्ट कर बिहार की राजनीति में खलबली मचा दी है। उन्होंने कहा है कि उनकी भूमिका जनता तय करेगी कोई दल या परिवार नहीं। अनुष्का यादव के साथ रिश्ते की खबर आने के बाद लालू यादव ने तेज प्रताप को 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया था।

    Hero Image
    सामने आने वाला है सच... तेज प्रताप यादव ने कर दिया इशारा, बोले- इसका अंत मैं करूंगा

    डिजिटल डेस्क, पटना। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) के छोटे बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने एक्स पर एक पोस्ट कर बिहार में सियासी हलचल पैदा कर दी है। तेज प्रताप ने साफ कहा है कि उनकी भूमिका जनता तय करेगी, कोई दल या परिवार नहीं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बता दें कि कुछ दिनों पहले ही अनुष्का यादव (Anushka Yadav) के साथ रिलेशनशिप की बात बाहर आने के बाद लालू यादव ने तेज प्रताप को परिवार और पार्टी से निकाल दिया था। लालू ने तेज प्रताप को 6 सालों के लिए राजद से निष्कासित कर दिया था।

    तेज प्रताप ने एक्स पर ऐसा क्या लिखा, जिससे तेज हुई सियासी हलचल

    तेज प्रताप ने लिखा है, मेरी खामोशी को मेरी कमजोरी समझने की भूल करने वालों, ये मत समझना कि मुझे तुम्हारी साजिशों का पता नहीं, शुरुआत तुमने की है... अंत मैं करूंगा। झूठ और फरेब के बनाए इस चक्रव्यूह को तोड़ने जा रहा हूं, तैयार रहना सच सामने आने वाला है, मेरी भूमिका मेरी प्यारी जनता और माननीय सर्वोच्च न्यायालय तय करेगा, कोई दल या परिवार नहीं।

    'इस जयचंद ने तो...'

    गौरतलब है कि कुछ दिन पहले तेज प्रताप के एक और पोस्ट ने सियासी हलचल तेज कर दी थी। उन्होंने पिता लालू यादव के साथ कुछ तस्वीरों को एक्स पर शेयर करत हुए लिखा, हद हो गई अब तो, इस जयचंद ने तो कुछ गोदी मीडिया वालों के साथ मिल अब ये अफवाह भी उड़ा दी है कि मैं कोई नई राजनीतिक पार्टी बना रहा हूं... बिहार की जनता से फिर से यही अपील करूंगा कि ऐसी किसी भी भ्रामक खबरों पर विश्वास नहीं करें।

    तेज प्रताप ने किया राजा हरीश चंद्र का जिक्र

    वहीं, तेज प्रताप का एक और पोस्ट वायरल हुआ। उन्होंने लिखा, हमें सदैव सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए। सत्य का मार्ग कठिन अवश्य है पर विजय सदा सत्य के मार्ग पर चलने वाले व्यक्ति की होती है।

    राजा हरीश चंद्र ने सत्य के मार्ग पर चलते हुए अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को दोबारा प्राप्त किया। पाडवों ने सत्य के मार्ग पर चलते हुए कौरवों को युद्ध में हराया था।