Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    तेजस्वी-तेज प्रताप में सबकुछ ठीक नहीं! किसकी सरकार बनेगी? सवाल पर क्या बोले लालू के लाल

    Updated: Mon, 21 Jul 2025 08:35 PM (IST)

    बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन राजद से निलंबित नेता तेजप्रताप यादव सदन पहुंचे। उन्होंने चुनाव लड़ने की बात कही और कहा कि वे उस क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे जहां से अधिक मांग होगी। राबड़ी देवी के बयान पर उन्होंने युवा नेतृत्व को आगे बढ़ाने का समर्थन किया।

    Hero Image
    सदन स्थगन के बाद पहुंचे तेजप्रताप यादव। (फोटो जागरण)

    राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा का आज मानसून सत्र शुरू हुआ है। विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन सोमवार को सदन स्थगन के बाद राजद से निलंबित नेता तेजप्रताप यादव परिसर में पहुंचे।

    तेजप्रताप ने कहा कि सदन चल रहा है, तो सोचा कि आना चाहिए। चुनाव लड़ने के सवाल पर तेजप्रताप ने कहा कि चुनाव लड़ा जाएगा, समय आने पर बताएंगे कहां से लड़ेंगे। अभी कोई महुआ कह रहा, कोई बख्तियारपुर, जहां से अधिक डिमांड होगा, वहां से लड़ेंगे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्होंने कहा कि महुआ में बहुत काम किए हैं। राबड़ी के निशांत को सीएम बनाने के सवाल पर तेजप्रताप ने कहा कि अगर माताजी ने कहा है, तो कुछ सोचकर ही कहा होगा। हम तो शुरू से कह रहे हैं कि युवा को आगे आना चाहिए।

    तेजस्वी का नहीं लिया नाम

    चुनाव के बाद किसकी सरकार बनेगी के सवाल पर तेजप्रताप ने इस बार तेजस्वी का नाम नहीं लिया। बस इतना कहा कि देखिए किसकी सरकार बनती है। अपराध के सवाल पर भी तेजप्रताप ने सरकार की आलोचना की।

    एसआईआर के मसले पर विधानसभा में हंगामा

    वहीं, दूसरी ओर मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मसले पर विधानसभा सत्र के पहले दिन खूब नारेबाजी हुई। विधानसभा परिसर में नारेबाजी के साथ-साथ विधानसभा अध्यक्ष के आसन के समक्ष भी विरोध प्रदर्शन हुआ।

    एसआईआर के विरोध में एआईएमआईएम विधायक अख्तरुल इमान ने बड़े फ्लेक्स के साथ विधानसभा अध्यक्ष के आसन के समक्ष प्रदर्शन किया। उन्हें इस मसले पर विपक्ष के अन्य दलों का भी समर्थन मिला। उनके विरोध के समय विधानसभा अध्यक्ष का संबोधन चल रहा था।

    अख्तरउल इमान का कहना था कि एसआईआर के नाम पर एनआरसी को बंद किया जाए। अंचल में आवासीय प्रमाण पत्र व पारिवारिक सूची के निर्गत करने पर लगी रोक को हटाया जाए।