तेजप्रताप बोले- लालू-राबड़ी ने की थी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग, एयरपोर्ट का किस्सा भी सुनाया
Bihar Politics बिहार की सियासत में विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर सियासत तेज हो गई है। तेजप्रताप ने यह बयान दिया है कि विशेष राज्य के दर्जे की मांग लालू और राबड़ी ने की थी। उन्होंने इसको लेकर एक किस्सा भी सुनाया।
पटना, आनलाइन डेस्क। Special Status to Bihar बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर एक बार फिर से सियासत तेज हो गई है। नीतीश सरकार (Nitish Government) में योजना एवं विकास मंत्री बिजेन्द्र यादव के दिए गए बयान के बाद लगातार विपक्षी दल बिहार सरकार (Bihar Government) को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी ने इसे अपना मुद्दा बना लिया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बाद अब उनके बड़े भाई और समस्तीपुर की हसनपुर विधानसभा के आरजेडी विधायक तेजप्रताप यादव ने कहा है कि बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नहीं बल्कि लालू प्रसाद और राबड़ी देवी ने की थी। इसको लेकर उन्होंने किस्सा भी सुनाया है।
'लालू-राबड़ी ने की थी विशेष राज्य के दर्जे की मांग'
लालू यादव के बड़े बेटे और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने मंगलवार को पटना में यह आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक वक्त बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग को मना कर दिया था। किस्सा सुनाते हुए उन्होंने कहा कि कहा कि अटल बिहार वाजपेयी जब प्रधानमंत्री रहते हुए पटना आए थे, तो लालू यादव, राबड़ी देवी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उन्हें एयरपोर्ट पर रिसीव करने गए थे। इस दौरान लालू यादव और राबड़ी देवी ने बिहार को विशेष राज्य के दर्जो की मांग की थी लेकिन उस वक्त वर्तमान मुख्यमंत्री इसके विरोध में थे। तेजप्रताप यादव ने यह मांग की है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले। तेजप्रताप यादव से पहले तेजस्वी यादव ने भी जेडीयू पर हमला बोला था। उन्होंने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी थी।
मंत्री के बयान से शुरू हो गई चर्चा
गौरतलब है कि सोमवार को बिहार सरकार के मंत्री बिजेन्द्र यादव ने कहा था कि बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग पुरानी हो चुकी है। मंत्री ने कहा था कि हमारी सरकार कई वर्षों से केन्द्र सरकार से यह मांग करते-करते थक गई है। इसलिए अब हमलोग विशेष राज्य के दर्जे की मांग नहीं करेंगे। नीतीश सरकार के मंत्री के बयान के बाद से ही बिहार की सियासत में यह मुद्दा गरम है। राजनीतिक पार्टियों की तरफ से लगातार इसको लेकर बयानबाजी हो रही है।