तख्त श्री हरिमंदिर कॉरिडोर के निर्माण को अगले माह हरी झंडी मिलने की उम्मीद, काशी विश्वनाथ की तर्ज पर बनाने की अपील
पटना में तख्त श्री हरिमंदिर साहिब कॉरिडोर का निर्माण जल्द शुरू होने की उम्मीद है। संगत ने इसे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तरह विकसित करने की अपील की है। कॉरिडोर निर्माण के लिए प्रबंधक समिति के अध्यक्ष ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री को पत्र सौंपा था।

तख्त श्री हरिमंदिर साहिब
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। देश-विदेश के श्रद्धालु विश्व में सिखों के दूसरे बड़े तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब का सुगमतापूर्वक दर्शन पूजन कर सकें इसके लिए तख्त श्रीहरिमंदिर कॉरिडोर के निर्माण को केंद्र सरकार से अगले माह हरी झंडी मिलने की संभावना बढ़ गई है।
करोड़ों रुपये की लागत से बननेवाले इस कारिडोर का उद्देश्य देश-विदेश से आनेवाले अनगिनत भक्तों को आसानी से सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह महाराज की जन्मस्थली तख्त श्री हरिमंदिर, बाललीला गुरुद्वारा, सिद्ध शक्तिपीठ छोटी पटनदेवी, जैन श्वेतांबर मंदिर, हरिमंदिर गली शिव मंदिर व काली मंदिर में दर्शन कराना है।
यह जानकारी रविवार को तख्त श्री हरिमंदिर प्रबंधक समिति के अध्यक्ष सरदार जगजोत सिंह सोही ने देते हुए बताया कि कारिडोर निर्माण के लिए उन्होंने केंद्रीय पर्यटन मंत्री को पिछले वर्ष पत्र सौंपने के बाद बार-बार रिमाइंडर देते रहे हैं।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर निर्माण कराने का आग्रह
प्रबंधक समिति के अध्यक्ष ने बताया कि प्रतिवर्ष देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु इन मंदिरों में दर्शन के लिए आते हैं। पटना साहिब में भीड़ के कारण काफी परेशानी होती है। तख्त श्री हरिमंदिर काारिडोर का निर्माण भी काशी विश्वनाथ काारिडोर की तर्ज पर कराने का आग्रह किया गया है।
करोड़ों की लागत से बननेवाले इस काारिडोर की मदद से भक्त गंगा नदी में डुबकी लगाने के बाद सीधे मंदिरों में पहुंच सकेंगे। तख्त श्री हरिमंदिर काारिडोर को निर्माण दो हिस्सों में करने का सुझाव दिया गया है। यानी ऊपरी क्षेत्र व निचला क्षेत्र।
तख्त साहिब के आसपास की गलियों का होगा सुंदरीकरण
प्रबंधक समिति के उपाध्यक्ष सरदार गुरविंदर सिंह ने बताया कि गंगा पाथ वे बनने से एयरपोर्ट, पटना जंक्शन समेत पटना समेत अन्य स्थानों से कम समय में आना अत्यंत आसान हो गया है।
वहीं तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब से सटी गलियों हरिमंदिर गली, बारा गली, दरीबाबाज बहादुर गली, काली स्थान मार्ग को चौड़ा करने व सुंदरीकरण करने की योजना है। कारिडोर का निर्माण इस प्रकार किया जाएगा कि किसी भी कीमत पर उसका मूलस्वरूप परिवर्तित ना हो और पुरानी परंपरा कायम रहे।

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