Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Bihar: सुशील मोदी बोले- जदयू सांसद के बेटे की कंपनी के लिए टेंडर की शर्तें बदलीं, राजीव रंजन ने किया पलटवार

    By Raman ShuklaEdited By: Yogesh Sahu
    Updated: Tue, 27 Jun 2023 12:11 AM (IST)

    सुशील मोदी ने कहा कि पहले तो टेंडर देने की शर्तों यथा अनुभव टर्नओवर चयन का आधार काल सेंटर की क्षमता आदि को इस प्रकार बदला गया ताकि जदयू सांसद के बेटे की कंपनी टेंडर में भाग ले सके। हालांकि अन्य कंपनियों के पास अपेक्षाकृत ज्यादा क्षमता थी। न्यायालय में पीके शाही जदयू सांसद के वकील थे और बाद में महाधिवक्ता बनने पर उसी कंपनी के पक्ष में अपनी अनुशंसा कर रहे थे।

    Hero Image
    सुशील मोदी बोले- जदयू सांसद के बेटे की कंपनी के लिए टेंडर की शर्तें बदलीं, राजीव रंजन ने किया पलटवार

    राज्य ब्यूरो, पटना। राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने सोमवार को पशुपतिनाथ डिस्ट्रीब्यूटर्स को एंबुलेंस का टेंडर देने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की।

    यह कंपनी जहानाबाद से जदयू सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी के पुत्र सुनील कुमार की है। सुशील मोदी का आरोप है कि नियमों को ताख पर रखकर इस कंपनी को 16 सौ करोड़ का एंबुलेंस टेंडर दिया गया।

    इसके तहत कंपनी द्वारा 2,125 एंबुलेंस की सेवा पांच वर्ष के लिए दी जानी है। सुशील मोदी ने कहा कि पहले तो टेंडर देने की शर्तों यथा अनुभव, टर्नओवर, चयन का आधार, काल सेंटर की क्षमता आदि को इस प्रकार बदला गया, ताकि जदयू सांसद के बेटे की कंपनी टेंडर में भाग ले सके।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हालांकि, अन्य कंपनियों के पास अपेक्षाकृत ज्यादा क्षमता थी। न्यायालय में पीके शाही जदयू सांसद के वकील थे और बाद में महाधिवक्ता बनने पर उसी कंपनी के पक्ष में अपनी अनुशंसा कर रहे थे।

    यह पूर्णतया नैतिकता के विरुद्ध और पक्षपातपूर्ण है। कोर्ट के अंतरिम आदेश के बावजूद जदयू सांसद के बेटे को पांच वर्षों के लिए टेंडर दे दिया गया। 47 करोड़ की बैंक गारंटी के प्रविधान के बावजूद मात्र 9.4 करोड़ की गारंटी पर काम दे दिया गया।

    मेंची नदी पर पुल का धंसना भ्रष्टाचार का जीवंत प्रमाण : राजीव रंजन

    जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने सोमवार को कहा कि मेंची नदी पर पुल का धंसना केंद्र सरकार के भ्रष्टाचार का जीवंत प्रमाण है।

    एनएचएआइ द्वारा भारतमाला प्रोजेक्ट के अंतर्गत डेढ़ हजार करोड़ की लागत वाले इस पुल के निर्माण में इतनी धांधली हुई है कि यह पहली बारिश का जोर भी नहीं संभाल सका।

    जदयू प्रवक्ता ने कहा कि हर छोटी-छोटी बात पर छाती पीटने वाले भाजपा के तमाम बयान बहादुर इस मसले पर मुंह सिल कर बैठे हुए हैं।

    हर बात पर सरकार का इस्तीफा मांगने वाले ये लोग बताएं कि मेंची नदी पर बन रहे पुल में हुए घोटाले के लिए क्या वे नितिन गडकरी का इस्तीफा मांगेंगे?

    भाजपा की यह रीति रही है कि उन्हें अपने राज्यों व अपनी सरकार द्वारा किया गया भ्रष्टाचार भी शिष्टाचार लगता है।

    भाजपा शासित राज्यों में तो ये लोग जांच भी नहीं होने देते। यही नहीं आगे बढ़कर दोषियों का बचाव करने लगते हैं।