Super-30 फेम आनंद कुमार बने इंटरनेट सेंसेशन, Google search में मिला देश भर में चौथा स्थान
बिहार के गणितज्ञ आनंद कुमार वर्ष 2019 में इंटरनेट सेंसेशन बन गए हैं। फिल्म सुपर-30 फेम आनंद कुमार टॉप ट्रेंडिंग पर्सनैलिटी कैटेगरी में गूगल सर्च में देशभर में चौथे स्थान पर हैं।
पटना [अक्षय पांडेय]। बिहार के गणितज्ञ आनंद कुमार वर्ष 2019 में इंटरनेट सेंसेशन बन गए हैं। फिल्म सुपर-30 फेम आनंद कुमार टॉप ट्रेंडिंग पर्सनैलिटी कैटेगरी में गूगल सर्च में इस बार सबसे ज्यादा खोजे गए लोगों की सूची के टॉप-5 में हैं। सर्च इंजन गूगल की ओर से वर्ष 2019 के लिए जारी इस लिस्ट में आइआइटी की निशुल्क तैयारी कराने वाले सुपर-30 के संचालक आनंद कुमार को देश भर में चौथा स्थान मिला है। आनंद से आगे नंबर एक पर विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान, दूसरे स्थान पर स्वर कोकिला लता मंगेशकर तथा तीसरे स्थान पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह शामिल हैं।
गूगल पर खोजे गए शब्दों के आधार पर तैयार बनी है लिस्ट
यह लिस्ट गूगल पर खोजे गए शब्दों के आधार पर तैयार की गई है। इसमें एक कैटेगरी ट्रेंडिंग पर्सनैलिटी की भी थी। इसी ट्रेंडिंग पर्सनैलिटी की कैटेगरी में आनंद कुमार को चौथा स्थान मिला है। आनंद के बाद सूची में नेशनल अवार्डी अभिनेता विक्की कौशल, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर ऋषभ पंथ अभिनेत्री तारा सुतारिया, रानू मंडल और सिद्धार्थ शुक्ला शामिल हैं। आनंद सुपर-30 कोचिंग के माध्यम से गरीब परिवारों के छात्रों को मुफ्त में पढ़ाते हैं।
हर साल तीस छात्रों को मुफ्त में पढ़ाते हैं आनंद
बताते चलें कि आनंद कुमार आइआइटी के तैयारी कराने के लिए सुपर-30 नाम से कोचिंग चलाते हैं। इसके तहत वे हर साल 30 छात्रों को मुफ्त में पढ़ाते हैं। कोचिंग के द्वारा आनंद अब तक समाज के वंचित वर्ग के करीब 500 से अधिक छात्रों को आइआइटी में दाखिला दिला चुके हैं।
जीवन संघर्ष पर फिल्म बनने से सुर्खियों में आ गए थे आनंद
आनंद कुमार के जीवन संघर्ष पर नेशनल अवार्डी डायरेक्टर विकास बहल ने फिल्म सुपर-30 बनाई थी। इसमें ऋतिक रोशन ने आनंद कुमार के किरदार को फिल्मी पर्दे पर उतारा था। जिस कारण देश-दुनिया के लोग आनंद के बारे में जानने के लिए इंटरनेट की गलियों को तलाशने लगे थे।
ये मेरी नहीं, बिहार की उपलब्धि
गूगल पर तलाशे जाने वालों की सूची में चौथा स्थान प्राप्त करने पर आनंद ने कहा कि ये मेरी नहीं, बिहार की उपलब्धि है। ये राज्य के लिए सम्मान की बात है। कठिन परिस्थितियों ने लोगों ने मेरा साथ देकर हौसला बढ़ाया है। मैं शिक्षा के क्षेत्र में आगे और बेहतर करना चाहूंगा।