D.EL.ED Students: डीएलएड विद्यार्थी ध्यान दें, आज फटाफट कर लें यह काम; नहीं तो बढ़ जाएगी परेशानी
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने डीएलएड संस्थानों में नामांकित प्रथम वर्ष के अभ्यर्थियों को अंतिम अवसर दिया है जिन्होंने निर्धारित शुल्क जमा नहीं किया है। उन्हें 2 नवंबर तक राशि जमा करनी होगी नहीं तो नामांकन निरस्त हो जाएगा। स्पाट नामांकन के लिए खाली सीटों की सूची 4 नवंबर को जारी होगी और 6-12 नवंबर के बीच ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे।

जागरण संवाददाता, पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने डीएलएड संस्थानों में नामांकित प्रथम वर्ष के अभ्यर्थी जिन्होंने निर्धारित शुल्क जमा नहीं किया उन्हें अंतिम अवसर प्रदान किया है।
अभ्यर्थियों को दो नवंबर तक राशि जमा कर देनी है, नहीं तो उनका नामांकन व आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा। संस्थान द्वारा कार्य अपडेशन के लिए निर्धारित तिथि चार नवंबर है।
परीक्षा समिति ने कहा है कि सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों के लिए जारी की गई तीन चयन सूची आलोक में अथवा सरकारी संस्थानों की स्पाट नामांकन प्रक्रिया के तहत किसी भी संस्थान में नामांकित कोई भी अभ्यर्थी गैर-सरकारी संस्थानों की स्पाट नामांकन की प्रक्रिया में भाग लेने के लिए पात्र नहीं है।
डीएलएड कोर्स संचालित सभी संस्थानों में स्वीकृत सीट के 50 प्रतिशत स्थान विज्ञान एवं 50 प्रतिशत स्थान कला व वाणिज्य के अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित रहने के प्रावधान को स्पाट नामांकन के लिए शिथिल कर दिया गया है।
चार नवंबर को जारी होगी खाली सीटों की सूची
नो फाउंड वाले सक्षमता पास शिक्षकों का आवेदन लेना शुरू
सक्षमता परीक्षा पास (प्रथम) के वैसे शिक्षक अभ्यर्थी काउंसलिंग के दौरान जिनका आवेदन नो फाउंड में चला गया था उनकी काउंसलिंग फिर से होगी। जिला शिक्षा कार्यालय ने विभिन्न कारणों से नो फाउंड में चले गए शिक्षक अभ्यर्थियों का आवेदन लेना शुरू कर दिया है। आवेदन की अंतिम तारीख चार नवंबर है।
आवेदन के आधार पर बिहार बोर्ड के पोर्टल के माध्यम से मूल कागजातों की जांच की जाएगी। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राजकमल ने बताया कि बिहार बोर्ड के पोर्टल पर मूल कागजात अपलोड करने की अंतिम तारीख नौ नवंबर है। पोर्टल पर सभी मूल कागजात सही पाया गया तो फिर से काउंसलिंग के लिए कैंप लगाया जाएगा।
काउंसलिंग की तिथि विभाग स्तर पर जारी की जाएगी। उन्होंने बताया कि सक्षमता पास (प्रथम) के शिक्षक अभ्यर्थियों की काउंसलिंग सितंबर माह में आयोजित हुई थी। जिसमें जिले के छह सौ शिक्षक अभ्यर्थियों का आवेदन विभिन्न कारणों से नो फाउंड में चला गया था।
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