मध्य प्रदेश से पटना पहुंची छात्रा फंस गई तस्करों के जाल में, किशनगंज में बेची गई फिर कैसे भागी?
मध्य प्रदेश से पटना आई एक छात्रा तस्करों के जाल में फंस गई। उसे किशनगंज में बेच दिया गया, लेकिन वह किसी तरह उनके चंगुल से बच निकली। घटना के बाद पुलिस को सूचित किया गया और तस्करों की तलाश जारी है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।

देह व्यापार के दलदल में फंसी छात्रा की बची जान। सांकेतिक तस्वीर
नईदुनिया प्रतिनिधि, सिंगरौली/पटना। बेहतर करियर और सुखद भविष्य का सपना सजोए मध्य प्रदेश के सिंगरौली से निकली एक छात्रा पटना पहुंचते ही मानव तस्कर गिरोह की शिकार बन गई।
मध्य प्रदेश से उसे कोचिंग के बहाने उसे पटना बुलाया गया, जहां से दो परिचित युवतियों ने उसे किशनगंज के मानव तस्करों को बेच दिया।
वहां उसे एक महीने तक देह व्यापार में दलदल में धकेल दिया। उसे प्रताड़ित किया गया। इस बीच पीड़िता अपनी हिम्मत और सतर्कता से उनके चंगुल से भाग निकली और नेशनल हाइवे पर पहुंच गई।
उसे देख स्थानीय लोगों इसकी सूचना स्थानीय बहादुरगंज थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस उसे सुरक्षित थाने पर लेकर आई और फिर देर रात उसकी निशानदेही पर छापेमारी कर पुलिस ने तीन अन्य युवतियों को भी वहां से छुड़ाया गया।
कोचिंग और नौकरी के लिए पटना बुलाया
मध्य प्रदेश के सिंगरौली निवासी 19 वर्षीय छात्रा को दो परिचित युवतियों ने कोचिंग और नौकरी के बहाने पटना बुलाया था।
दोनों ने पटना रेलवे स्टेशन के पास उससे मुलाकात की और जल्द ही बेहतर आवास व रोजगार का झांसा देकर किशनगंज ले गईं।
वहां प्रेमनगर स्थित मानव तस्कर गिरोह से जुड़ी एक महिला के हवाले कर दिया गया। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वहां उससे जबरन देह व्यापार कराया जाने लगा और विरोध करने पर शारीरिक उत्पीड़न किया गया।
इसी बीच गुरुवार की देर रात देर रात उसे वहां से भागने का मौका मिला। वह मौका मिलते ही किसी तरह वहां से भाग निकली। भागकर एनएच-327 पर पहुंची।
स्थानीय लोगों ने उसे देख बहादुरगंज पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़िता सुरक्षित थाने लेकर आई। वह डरी सहमी थी।
कुछ देर बाद उसने रोते हुए पुलिस को आपबीती बताई। इसके बहादुरगंज और कोतवाली थाना पुलिस की संयुक्त टीम प्रेमनगर स्थित उस इलाके में दबिश दी, जहां उससे जबरन बंधक बनाकर रखा गया।
पुलिस की कार्रवाई में तीन अन्य युवतियों को भी तस्करों के चंगुल से छुड़ाया गया। किशनगंज कोतवाली थाना प्रभारी संदीप कुमार ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर मानव तस्करी, बंधक बनाकर रखने और अनैतिक कार्यों से संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पटना से जुड़े तस्करों की पहचान करने में जुटी पुलिस
केस दर्ज करने के बाद पुलिस मानव तस्कर गिरोह से जुड़ी युवतियों और अन्य आरोपितों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
सूत्रों के अनुसार, यह गिरोह पटना, पूर्णिया और किशनगंज तक सक्रिय है, जो भोली भाली लड़कियों को कोचिंग या नौकरी दिलाने के नाम पर अपने जाल में फंसाता है।
पुलिस अब इस नेटवर्क की पूरी कड़ियों का पता लगाने के लिए सिंगरौली और पटना पुलिस से भी समन्वय कर रही है।
पहले भी पटना के तस्करों के चंगुल में फंस चुकी है युवतियां
इसके पूर्व पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र से लापता नाबालिग पटना जंक्शन के पास से लापता हो गई थी। वह मानव तस्कर गिरोह के चंगुल फंस गई थी, जिसमें बिहार से दिल्ली और राजस्थान में भेज दिया गया था।
नाबालिग की तलाश में गिरोह की पहचान के लिए पुलिस को जाल बिछाना पड़ा था। पुलिस न सिर्फ नाबालिग को मुक्त कराने में कामयाब हुई, बल्कि गिरोह से जुड़े कई आरोपितों को दिल्ली और राजस्थान से गिरफ्तार कर जेल भेज दी थी।
इसी तरह दानापुर पुलिस पुलिस ने भी नाबालिग लड़कियों को शादी के नाम पर दूसरे राज्यों में तस्करी करने वाले गिरोह को गिरफ्तार किया था।

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