अनिल कुमार, पटना सिटी। अनुमंडल के छह थाना क्षेत्रों में अज्ञात चोरों द्वारा पिछले चार महीनों में दो करोड़ से अधिक की संपत्ति चोरी होने की घटनाएं सामने आई हैं।
अगस्त माह में 78 लाख की चोरी के मामले दर्ज होने के बावजूद पुलिस अब तक इन कांडों का उद्भेदन करने में असफल रही है।
पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस अपराधों की अनदेखी कर रही है, जिससे अपराधियों में भय का अभाव है। इस स्थिति से पीड़ित नागरिक आहत और आक्रोशित हैं।
आलमगंज थाना क्षेत्र में 29 अगस्त को गुलजारबाग स्टेशन मोड़ के समीप माणिक शाह के कार्यालय का ताला तोड़कर अज्ञात चोरों ने 21 लाख रुपये और लगभग 25 लाख के सोने के जेवरात चुरा लिए।
अगमकुआं थाना क्षेत्र में भी चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं। यहां ट्रांसपोर्ट नगर के वृंदावन कॉलोनी में जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता चंदन कुमार की सास के बंद मकान से 15 लाख के जेवरात चोरी हुए।
इसी क्षेत्र में अन्य मामलों में भी 5 लाख और 12 लाख की चोरी की गई है। मालसलामी थाना क्षेत्र में चार अगस्त को निजी अस्पताल संचालक अमित रंजन के आवास में आठ अज्ञात चोरों ने 17 लाख की संपत्ति चुरा ली।
बाईपास थाना क्षेत्र में भी चोरी की घटनाएं हुई हैं, जहां चिकित्सक डॉ. आलोक कुमार ने 20 लाख की चोरी की प्राथमिकी दर्ज कराई। वहीं, मेहंदीगंज थाना क्षेत्र में 30 लाख की चोरी का मामला सामने आया है, जिसमें सेवानिवृत विद्युत विभाग के इंजीनियर की पत्नी के घर से संपत्ति चुराई गई।
सुल्तानगंज थाना क्षेत्र में भी 40 लाख की चोरी की प्राथमिकी दर्ज की गई है। यहां पीएमसीएच के ओटी असिस्टेंट प्रभु ठाकुर ने बताया कि उनके घर से 35 लाख के जेवरात और 5 लाख रुपये नगद चोरी हुए।
चोरी की घटनाओं के उद्भेदन में वे वैज्ञानिक पद्धति से तत्पर हैं। अधिकतर मामलों में यह पाया गया है कि चोर आसपास के ही लोग होते हैं। नागरिकों से अपील की गई है कि वे अपने घरों को खाली न छोड़ें। पुलिस का दावा है कि वे जल्द ही इन मामलों का उद्भेदन करेंगी। - डॉ. गौरव कुमार, डीएसपी-2, पटना सिटी
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