राजस्थान विधानसभा के स्पीकर पटना में अचानक हुए बीमार, चार्टर प्लेन से गए वापस
राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान में छाती में दर्द के बाद भर्ती कराए गए थे। जांच में कोई गंभीर बात नहीं निकली है। शाम को एंजियोग्राफी होगी जिसके बाद और स्थिति स्पष्ट होगी। इसी बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार का विमान भेजा है। इससे वह वापस राजस्थान जा रहे हैं व आगे का इलाज वहीं कराएंगे।

जागरण संवाददाता, पटना। राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी को सोमवार सुबह करीब 10 बजे छाती में दर्द व सांस लेने में तकलीफ के कारण इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान (आइजीआइसी) में भर्ती कराया गया।
कैथ लैब के इंचार्ज सह सह निदेशक डॉ. संदीप कुमार की यूनिट में भर्ती कर उनकी सीटी एंजियोग्राफी समेत अन्य जांच कराई गई।
इसमें हृदय की रक्त धमनियों में हजार से अधिक कैल्शिफिकेशन यानी कैल्शियम जमा मिला। साथ में एसिडिटी व गैस की भी शिकायत थी।
खतरे की कोई बात सामने नहीं आने पर उन्होंने वापस जाने की इच्छा जताई, इस पर राजस्थान के मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों की टीम के साथ सरकारी चार्टर प्लेन भेजा।
शाम तक डॉक्टर की देखरेख में रहे विधानसभा अध्यक्ष
- शाम पांच बजे वे कार से एयरपोर्ट और वहां से राजस्थान वापस चले गए। इस बीच सुबह से निदेशक डॉ. सुनील कुमार के नेतृत्व में डॉ. संदीप कुमार व उनके सहयोगी विधानसभा अध्यक्ष की देखरेख में लगे रहे।
- डॉ. सुनील कुमार ने एंजियोग्राफी करने की जरूरत बताई लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने राजस्थान में ही उसे कराने की बात कह इनकार कर दिया।
- राजस्थान में भाजपा के कद्दावर नेता करीब 75 वर्षीय वासुदेव देवनानी पटना में आयोजित दो दिवसीय अखिल भारतीय पीठासीन सम्मेलन में शामिल होने आए थे।
आननफानन में अस्पताल में कराया गया था भर्ती
सोमवार सुबह उन्हें गैस-एसिडिटी के साथ छाती में दर्द व सांस लेने में तकलीफ हुई। इसके बाद आननफानन में उन्हें आइजीआइसी में भर्ती कराया गया। प्राथमिक जांच आदि के बाद उन्हें पांचवे तल स्थित वीवीआइपी कक्ष में रखा गया।
डॉ. संदीप कुमार के साथ खुद निदेशक डॉ. सुनील कुमार व संयुक्त निदेशक डा. केके बरुण पूरे समय उनके साथ रहे।
डॉ. संदीप कुमार ने बताया कि रक्त धमनियों में 300 से अधिक कैल्शियम जमा हाेने पर ब्लॉकेज होने लगता है। हजार से अधिक कैल्शिफिकेशन होने से स्पष्ट है कि हृदय धमनियां अवरुद्ध हैं।
इसे देखते हुए एंजियोग्राफी करा कर देखा जाना चाहिए था पर राजस्थान से आए चिकित्सक ने हालत में सुधार व रिपोर्ट सामान्य देखकर वापस ले जाने का निर्णय लिया।
बता दें कि अखिल भारतीय पीठासीन सम्मेलन 19-21 जनवरी को हो रहा है। इस सम्मेलन में देश भर के विधायी निकायों के पीठासीन पदाधिकारी और सचिव पहुंचे हैं।
19 जनवरी को देश के सभी विधान मंडलों के सचिवों की बैठक होटल मोर्या में आयोजित हुई। 20 जनवरी को सेंट्रल हाल में अखिल भारतीय पीठासीन पदाधिकारियों का उद्घाटन सत्र आयोजित है। 20 एवं 21 जनवरी को विधानसभा वेश्म में विमर्श सत्र आयोजित है।
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