एमएलसी उम्मीदवार रईस खान पर हमला मामले में तीन गिरफ्तार, शहाबुद्दीन का बेटा भी है आरोपित
Bihar Crime News रईस खान के बढ़ते वर्चस्व को लेकर गोलू बाबा दीपक व साबिर ने की फायरिंग घटना के दौरान लाइनर की भूमिका निभाने वाले तबरेज ने पुलिस के समक्ष दिया बयान बड़हरिया प्रखंड प्रमुख व चांप निवासी आफताब के घर घटना की बनी थी रणनीति

सिवान, जागरण संवाददाता। हुसैनगंज थाना क्षेत्र के सिवान-सिसवन मुख्य मार्ग पर चार अप्रैल की देर रात निर्दलीय एमएलसी प्रत्याशी रईस खान के काफिले पर हुए हमला मामले में एसआइटी की टीम ने महुवल निवासी तबरेज आलम को सोमवार की रात गोपालगंज के मांझा थाना क्षेत्र के कोइनी गांव से गिरफ्तार कर लिया। तबरेज इस घटना में लाइनर की भूमिका में और घटना में प्रयुक्त गाड़ी का चालक भी था। पूछताछ के दौरान तबरेज ने पुलिस के समक्ष अपना बयान दर्ज कराते हुए बताया है कि रईस खान के बढ़ते वर्चस्व को लेकर इस घटना को अंजाम दिया गया था।
घटना के दिन रईस खान के काफिला पर गोलू सिंह, बाबा, दीपक प्रसाद और साबिर मियां ने अंधाधुंध फायरिंग की थी। वहीं इस मामले में तबरेज ने पुलिस के समक्ष दिवंगत पूर्व सासंद मो. शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा शहाब का नाम नहीं लिया है। तबरेज ने बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए बड़हरिया प्रखंड प्रमुख के घर पहली बैठक हुई थी, जहां वह फैसल उर्फ तेजी के साथ पहुंचा था। इसके बाद चांप गांव में आफताब के घर बैठक हुई और तय रणनीति के तहत चार अप्रैल को रईस खान के काफिला पर हमला किया गया। पुलिस ने उसके बयान को दर्ज करने के बाद मंगलवार को उसे जेल भेज दिया।
2007 में अरब गया था, कोविड में घर लौटा था तबरेज
पूछताछ के दौरान पुलिस के समक्ष तबरेज ने बताया कि वह 2007 से अरब में काम करता था। कोविड के कारण वह घर वापस आ गया। इस दौरान वह आशिफ रजा से रुपए लेता था। आशिफ रजा की नजदीकी चांप के आफताब आलम से थी। आशिफ ने ही आफताब आलम से जान पहचान कराई। इसके बाद वह इन सभी के संपर्क में आया।
बढ़ते वर्चस्व थे सभी नाराज, इसलिए दिया घटना को अंजाम
तबरेज ने अपने बयान में पुलिस को बताया है कि गोलू सिंह, बाबा, दीपक प्रसाद, आफताब और साबिर मियां, रईस खान के बढ़ते वर्चस्व को लेकर नाराज थे। रईस खान का कद छोटा करने के लिए इन्होंने रणनीति बनाई और सभी ने महुवल में घटना को अंजाम दिया।
रइस खाने ने जमीन के मुनाफे में मांगी थी आधी हिस्सेदारी
तबरेज ने अपने बयान में पुलिस को बताया है कि आशिफ रजा ने आफताब के साथ मिलकर हुसैनगंज के गोपालपुर में एक जमीन का एग्रीमेंट कराया। गोपालपुर में आशीफ और तबरेज ने काम शुरू किया। तभी कुतुब छपरा निवासी इरशाद इनके पास पहुंचा और तबरेज की बात उसने रईस खान से कराई। रईस खान ने जमीन के कागजात के साथ उसे ग्यासपुर बुलाया है। वहां जाने पर बोला गया कि जो भी मुनाफा होगा उसका आधा देना होगा।
इसके बाद जमीन की बिक्री में 12 लाख का मुनाफा हुआ। इसमें तबरेज ने रईस खान के भगीना दानिश को एक लाख एवं रईस को पांच लाख रुपये दिए। इसके बाद चांप गांव में आफताब के यहां वर्तमान प्रमुख पति, गोलू ङ्क्षसह, दीपक प्रसाद, साबिर, आजाद हासिम आदि ने मिलकर नाराजगी जताई और घटना को अंजाम दिया गया।
महुवल के रास्ते सभी भागे अपने घर
बताया कि रईस खान के काफिल पर हुई फायरिंग में गोलू सिंह, बाबा दीपक प्रसाद एवं साबिर ने गोली चलाई थी। फायरिंग के बाद सभी ने अपना मोबाइल बंद कर लिया और महुवल के रास्ते अपने अपने घर को निकल गए।
चार अप्रैल को एके 47 से हुई थी फायरिंग, एक की मौत व चार हुए थे घायल
ज्ञात हो कि सिसवन थाना क्षेत्र के ग्यासपुर निवासी सह निर्दलीय प्रत्याशी रईस खान ने बताया था कि चार अप्रैल की रात करीब 10.30 बजे मतदान खत्म होने के बाद वाहन से अपने साथियों के साथ गांव लौटने के दौरान उन पर हमला हुआ। सिवान-सिसवन मुख्य मार्ग पर महुवल गांव में बडऱम मोड़ पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दिए। इसमें समर्थक तेग अली खां उर्फ बबलू गोलियों से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। साथ ही एक राहगीर सिसवन निवासी विनोद की मौत हो गई तथा राकेश तिवारी उनकी पत्नी इंदु देवी गोली लगने से घायल हो गए थे।
ओसामा शहाब सहित आठ लोगों पर दर्ज हुई है प्राथमिकी
इस मामले में हुसैनगंज थाने में आवेदन देकर रईस खान ने मुख्य साजिशकर्ता प्रतापपुर निवासी पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन के पुत्र समेत आसोमा शहाब समेत चांप निवासी मो. आफताब, नवलपुर नया किला निवासी गुड्डू मियां उर्फ गुड्डू पिस्टल, ओरमा निवासी साबिर मियां, शेखपुरा निवासी डब्लू खान, महुवल निवासी आजादी अली, आसिफ सिद्दीकी और यूपी निवासी चवन्नी सिंह को आरोपित किया था। आरोप लगाया गया है कि मुख्य साजिशकर्ता ओसामा शहाब के इशारे पर ही उक्त आरोपितों ने घटना को अंजाम दिया है।
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