Bihar: 'श्रवण कुमार' को मिलेगा एक लाख का पुरस्कार, आप भी हो सकते हैं हकदार, जानिए कैसे?
महावीर मंदिर माता-पिता की सेवा करने वालों को 'श्रवण कुमार' पुरस्कार से सम्मानित करेगा। आचार्य किशोर कुणाल की पुण्यतिथि पर 29 दिसंबर को बापू सभागार में समारोह होगा। पुरस्कार के लिए 29 नवंबर तक आवेदन किया जा सकता है। प्रथम पुरस्कार एक लाख रुपये का होगा। आवेदन ईमेल या व्हाट्सएप के माध्यम से भेजे जा सकते हैं।

आयोजन की जानकारी देते सायन कुणाल (सबसे बांए)। जागरण
जागरण संवाददाता,पटना। अपने माता-पिता की निष्ठा से सेवा करनेवालों को महावीर मंदिर 'श्रवण कुमार' पुरस्कार से सम्मानित करेगा।
इस वर्ष आचार्य किशोर कुणाल की पहली पुण्यतिथि पर 29 दिसंबर को यह समारोह बापू सभागार में आयोजित किया जाएगा। इस पुरस्कार के लिए आवेदन 29 नवंबर किया जा सकता है।
एक महीने तक आवेदन का सत्यापन किया जाएगा। इसकी जानकारी महावीर मंदिर स्थान न्यास समिति के सदस्य सायण कुणाल ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में दी।
मंदिर के एसीईओ बीके मिश्रा, मंदिर अधीक्षक के. सुधाकरण व पंडित भवनाथ झा ने भी जानकारी दी। बताया कि इस वर्ष आचार्य किशोर कुणाल सामाजिक सेवा पुरस्कार भी 29 दिसंबर दिया जाएगा।
इसके तहत एक लाख रुपए दिए जाएंगे। उम्मीदवार डाक, ई-मेल आईडी mahavirmandir@gmail.com और व्हाट्सअप नंबर 9334468400 पर महावीर मंदिर को आवेदन भेज सकते हैं।
उम्मीदवारों का चयन करेगी पांच सदस्यीय टीम
पूर्व न्यायाधीश एसएन झा की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी उम्मीदवारों का चयन करेगी। इस कमेटी में बिहार-झारखंड के पूर्व मुख्य सचिव और महावीर मंदिर न्यास समिति के सदस्य वीएस दूबे शामिल हैं।
इनके अलावा अवकाश प्राप्त लेफ्टिनेंट जनरल एके चौधरी, बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद और महावीर स्थान न्यास समिति के सदस्य सायण कुणाल और मंदिर के पंडित भवनाथ झा शामिल है।
जानकी नवमी पर 2010 में हुई थी शुरुआत
श्री महावीर स्थान न्यास समिति शारीरिक एवं आर्थिक दृष्टि से कमजोर माता-पिता की सेवा करने वाले पुत्र, पुत्री, बेटी और बहु को प्रोत्साहित करने के लिए श्रवण कुमार पुरस्कार की योजना चला रही है।
यह पुरस्कार ऐसे लोगों को दिया जाता है। जो निस्वार्थ भाव से अपने वृद्ध माता-पिता की सेवा कर रहे हैं। इसके लिए वह समाज में चर्चा का विषय बन गए हो।
इस पुरस्कार के लिए कोई भी व्यक्ति किसी पदाधिकारी, चिकित्सक, सरपंच, स्वयंसेवी संस्थाएं, मुखिया से निस्वार्थ सेवा संबंधी विभिन्न साक्ष्यों को संलग्न कर महावीर मंदिर के कार्यालय में भेज सकता हैं।
मालूम हो कि यह पुरस्कार पहली बार 2010 में जानकी नवमी के मौके पर 23 मई को दिया गया था। लगातार 2010, 2011 और 2013 में पुरस्कार दिए गए। 2014 में इसकी घोषणा की गई। आवेदन नहीं मिलने के कारण इसे 2016 में दिया गया। 2016 से स्थगित कर दिया गया था।
पुरस्कार की राशि
- प्रथम पुरस्कार- एक लाख रुपए
- द्वितीय पुरस्कार- पचास हजार रुपए
- तृतीय पुरस्कार- पचीस हजार रुपए
- कई लोगों को सांत्वाना पुरस्कार दिया जाएगा।
2010: प्रथम पुरस्कार के लिए किसी को भी उपयुक्त नहीं पाया गया
- द्वितीय पुरसार- किरण देवी
- तृतीय पुरस्कार- सुनील उपाध्याय और पंकज कुमार
- प्रोत्साहन राशि- दस लोगों को
साल 2011:
- प्रथम पुरस्कार- शिव कुमार
- द्वितीय पुरस्कार- उदय कुमार
- तृतीय पुरस्कार- तुफैल अहमद
- प्रोत्साहन राशि- तीन को
साल 2013:
- प्रथम पुरस्कार- कृष्णानंद भारती
- द्वितीय पुरस्कार- गौतम कुमार
- तृतीय पुरस्कार- राजेश कुमार
- प्रोत्साहन राशि- तीन को

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।