Chandan Mishra Murder: अपनों ने ही पीठ में छुरा घोंपा! चंदन मिश्रा मर्डर केस में करीबी निकला शेरू का मददगार
पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल में बंद शेरू ने चंदन मिश्रा की हत्या की साजिश रची। उसने चंदन के करीबी से हाथ मिलाकर पूरी योजना बनाई। चंदन को पैरोल पर बाहर आने का इंतजार था। 17 जुलाई को शूटरों ने पारस अस्पताल में चंदन की हत्या कर दी और फरार हो गए।

जागरण संवाददाता, पटना। पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल में बंद शेरू और उसके गुर्गों के लिए सजायाफ्ता चंदन मिश्रा की जेल में ही हत्या कराने की राह आसान नहीं थी।
फिर शेरू ने ऐसी साजिश रची कि चंदन को भी इसकी भनक नहीं लगी। उसने चंदन की हत्या की साजिश के लिए उसके ही करीबी से हाथ मिला लिया था।
शेरू तक पहुंचाता था हर जानकारी
सूत्रों की मानें तो वह हर सूचना शेरू तक पहुंचा रहा था। फिर शेरू, उस करीबी के जरिए तौसीफ और अन्य साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। उसे इंतजार था चंदन के जेल से बाहर आने का। घटना को अंजाम देने का समय तक आया, जब पता चला कि चंदन पैरोल पर बाहर आने वाला है।
इसके बाद तौसीफ सहित उसके अन्य साथी सक्रिय हो गए, जो घटना की योजना बनाने में शामिल थे। चंदन को इस बात की भनक तक नहीं लगने दिया कि उसके किसी एक करीबी को शेरू ने अपने गुट में मिला लिया है।
सूत्रों की मानें तो पिता के नाम पर जेल से आने के बाद चंदन को बीमारी से निजात पाने के लिए ऑपरेशन कराने की जरूरत पड़ी। इस बात की भनक उस करीबी को भी लग गई थी, जिसने शेरू से हाथ मिलाया था।
चंदन पूर्व में पटना एम्स में भी इलाज के लिए गया था, लेकिन वहां ऑपरेशन नहीं कराया। शेरू के इशारे पर उस करीबी के जरिए चंदन को इलाज के लिए ऐसी जगह चुनने को मजबूर कराया, जहां शूटर आसानी से पहुंच सके।
चंदन को इलाज के लिए पारस एचएमआईआई हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। इसी बीच शेरू ने तौसीफ से भी संपर्क किया था। क्योंकि तौसीफ को उस अस्पताल के बारे में अच्छे से जानकारी थी। तौसीफ और अन्य शूटरों को इस बात की सूचना पहले ही मिल चुकी थी। सभी शूटर और लाइनर घटना के एक दिन पहले तौसीफ के घर के पास ही जुटे थे।
पारस अस्पताल में घटना को दिया अंजाम
इसके बाद दूसरे दिन 17 जुलाई की सुबह सभी अस्पताल के पास पहुंच गए। वहां का फुटेज भी पुलिस के हाथ लगा है, जिसमें पांचों शूटर एक कोने में खड़े होकर करीब दो मिनट तक बातचीत करते है। इसमें तौसीफ उन्हें इशारों में कुछ बता रहा है। इस बीच एक लाइनर भी था, जो बैग लेकर आगे बढ़ता है।
फिर तौसीफ का इशारा मिलते सभी शूटर के पीछे-पीछे अस्पताल में पहुंच और घटना को अंजाम देकर बाइक से फरार हो गए।
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