भारी स्कूल बैग से बच्चों को मिलेगी राहत; राज्यसभा सदस्य डॉ. भीम सिंह के प्रश्न पर केंद्र सरकार ने क्या कहा?
राज्यसभा सदस्य डॉ. भीम सिंह के प्रश्न पर केंद्र सरकार ने भारी स्कूल बैग से बच्चों को राहत मिलने की बात कही है। सरकार ने बताया कि स्कूल बैग का वजन कम क ...और पढ़ें

बच्चों का स्कूल बैग होगा हल्का। सांकेतिक तस्वीर
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्यसभा में स्कूल बैग नीति, 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए सांसद डाॅ. भीम सिंह ने सरकार का ध्यान राष्ट्रीय शिक्षा नीति (Education Poli) के स्पष्ट दिशा-निर्देशों की ओर आकृष्ट किया।
उन्होंने सदन को बताया कि अधिकांश विद्यालयों में, विशेषकर प्राथमिक कक्षाओं में, बच्चों को निर्धारित सीमा से अधिक वजन वाले स्कूल बैग उठाने पड़ रहे हैं, जिससे उनके शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
भार कम करने का हो रहा ठोस प्रयास
सांसद के प्रश्न के उत्तर में शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने सदन को बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के पैरा 4.33 के अंतर्गत स्कूल बैग और पाठ्यपुस्तकों के भार को कम करने के लिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं।
तथा वर्ष 2020 में एनसीईआरटी द्वारा जारी स्कूल बैग नीति को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू करने की सलाह दी गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि नीति के अनुसार पूर्व-प्राथमिक से कक्षा 12 तक बच्चों के स्कूल बैग का वजन उनके शरीर के वजन के 10 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए।
अधिक वजन पर अभिभावकों को सूचित करने का निर्देश
साथ ही कक्षा 1 से 5 तक शिक्षकों को नियमित अंतराल पर बैग का वजन जांचने तथा अधिक वजन पाए जाने पर अभिभावकों को सूचित करने का निर्देश है।
डाॅ. भीम सिंह ने कहा कि केवल विद्यालयों ही नहीं, बल्कि माता-पिता की सतत निगरानी भी अत्यंत आवश्यक है, ताकि बच्चे अनावश्यक पुस्तकों और सामग्री का बोझ न ढोएं और उनका शारीरिक-मानसिक विकास सुरक्षित रह सके। उन्होंने राज्य सरकारों से सख्त अनुपालन, प्रभावी निरीक्षण एवं अभिभावक-विद्यालय समन्वय सुनिश्चित करने की मांग की।

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