'सिंगल यूज प्लास्टिक' से मुक्त हो गया भारतीय स्टेट बैंक
मृत्युंजय मानी पटना। भारतीय स्टेट बैंक सिंगल यूज प्लास्टिक (एक बार इस्तेमाल में आने वाली प्लास्टिक) से मुक्त हो गया।
मृत्युंजय मानी, पटना। भारतीय स्टेट बैंक सिंगल यूज प्लास्टिक (एक बार इस्तेमाल में आने वाली प्लास्टिक) मुक्त संस्थान बन गया है। अब बैंक में कपड़े व कागज से बनीं फाइलें इस्तेमाल होने लगी हैं। बोतलबंद पानी का उपयोग बंद हो गया है। परिसर में अब ढूंढने पर भी प्लास्टिक नहीं दिख रही। बताया जा रहा कि फाइल से लेकर सबकुछ इको फ्रेंडली बनाने वाला एसबीआइ बिहार का पहला प्लास्टिक मुक्त संस्थान बन गया है। लोगों को इसके लिए प्रेरित करने वाला पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन महकमा भी अभी ऐसा मुमकिन नहीं कर सका है।
एसबीआइ के मुख्य महाप्रबंधक महेश गोयल बताते हैं, यह सब एक दिन में नहीं संभव हुआ है। पिछले एक वर्ष से चरणबद्ध तरीके से इस दिशा में कार्य चल रहा था। उन्होंने बताया कि अब मुख्यालय से लेकर राज्य की सभी शाखाएं 'सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त' बन गई हैं। पिछले वर्ष दो अक्टूबर को संकल्प लिया गया था कि 2019 की गांधी जयंती तक बैंक की सभी शाखाओं को प्लास्टिक मुक्त बनाना है। लंबे प्रयासों के बाद बैंक ने इसमें सफलता पा ली। सीजीएम ने कहा, पिछले वर्ष अक्टूबर से दिसंबर तक बोतलबंद पानी के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई गई। जनवरी से मार्च के बीच प्लास्टिक की सभी फाइलों व फोल्डर को बदला गया। अप्रैल से जून के मध्य फ्लैक्स को प्लास्टिक मुक्त बनाया गया। इसके बाद जुलाई से सितंबर तक सभी स्तर से प्लास्टिक हटाई गई।
गोयल ने कहा, अब एसबीआइ बिहार का पहला ऐसा कार्यालय बन गया है, जहां सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील को शत-प्रतिशत अमल में लाने के लिए संस्थान के सभी कर्मियों का भी सहयोग मिला है। उन्होंने अपने ग्राहकों से भी एक बार इस्तेमाल में आने वाली प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने की अपील की।
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