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    संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार का ऐलान, बिहार के हृषिकेश, रंजना, सुदीपा, सुमन व गणेश को सम्मान

    By prabhat ranjanEdited By: Akshay Pandey
    Updated: Fri, 25 Nov 2022 10:21 PM (IST)

    नाटककार हृषिकेश सुलभ लोक संगीत के लिए लोक गायिका रंजना कुमारी झा एवं उस्ताद बिस्मिल्लाह युवा खान युवा पुरस्कार के लिए सुदीपा घोष के नाम की घोषणा हुई है। सुमन कुमार व रंगकर्मी गणेश प्रसाद सिन्हा को भी सम्मान दिया गया है।

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    संगीत नाटक अकादमी से पुरस्कृत हृषिकेश सुलभ, सुमन झा, रंजना कुमारी झा और सुदीपा घोष।

    जागरण संवाददाता, पटना : आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली की ओर से विभिन्न विधाओं के लिए 86 कलाकारों का चयन कर पुरस्कृत किया जाएगा। अकादमी की ओर से वर्ष 2019, 2020 और 2021 के लिए अकादमी ने पुरस्कार के लिए कलाकारों के नामों की घोषणा की है। अकादमी पुरस्कार पाने वालों बिहार के कलाकारों में नाट्य लेखन के लिए वरिष्ठ नाटककार हृषिकेश सुलभ, लोक संगीत के लिए लोक गायिका रंजना कुमारी झा एवं उस्ताद बिस्मिल्लाह युवा खान युवा पुरस्कार के लिए सुदीपा घोष के नाम की घोषणा हुई है। बीते 63 वर्ष रंगमंच पर सक्रिय भूमिका निभाने वाले वरिष्ठ रंगकर्मी सुमन कुमार व वरिष्ठ रंगकर्मी गणेश प्रसाद सिन्हा को संगीत नाटक अकादमी की ओर से अमृत पुरस्कार मिलने की घोषणा हुई है।  

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    जन्मतिथि पर मिला जीवन का सबसे बड़ा उपहार 

    उनसे लागि मोहे कैसी जतन रे, समझ न पाऊं करुं क्या जतन रे... लोकप्रिय धारावाहिक सिया के राम में अपने मधुर संगीत देने वाले बिहार की गायिका रंजना कुमारी झा को जन्मतिथि पर जीवन का सबसे बड़ा उपहार मिला। 25 नवंबर 1977 को अररिया जिले के देवीगंज में जन्मी रंजना ने कहा कि पिता भागवत मिश्र वियोगी जाने माने संगीतज्ञ रहे हैं। रंजना ने हिंदी फिल्म शक, इशु के चमत्कार, मैथिली फिल्म एक चुटकी सिंदुर, भोजपुरी फिल्म गंगा माई जइसन भउजी हमार जैसे कई फिल्मों में अपनी आवाज दी हैं। रंजना को  2012 में बिहार सरकार द्वारा बिहार कला सम्मान, 2014 में लिच्छवी सम्मान समेत कई पुरस्कार मिल चुका है। 

    बिहार को पहली बार नाट्य लेखन में पुरस्कार

    धरती आबा, बटोही, तूती की आवाज, तीन रंग नाटक, रंगमंच का जनतंत्र समेत कई कहानियां व नाटक लिखने वाले नाटककार हृषीकेश सुलभ साहित्य जगत में जाने माने नाम हैं। सुलभ ने कहा कि बिहार में पहली बार नाट्य-लेखन के क्षेत्र में पुरस्कार मिला है। सिवान जिले के बिहार के लहेजी गांव में 1955 को जन्मे सुलभ को लेखन के लिए इंदु शर्मा अंतरराष्ट्रीय कथा सम्मान, बनारसी प्रसाद भोजपुरी सम्मान समेत कई पुरस्कार मिला चुका है। 

    सम्मान मिलने से बढ़ी जवाबदेही  

    शास्त्रीय नृत्य विधा भरतनाट्यम की वरिष्ठ नृत्यांगना सुदीपा घोष को संगीत नाटक अकादमी की ओर से 2019 का उस्ताद बिस्मिल्लाह युवा पुरस्कार मिलने की घोषणा हुई है। सुदीपा भारतीय नृत्य कला मंदिर में भरतनाट्यम विभाग की विभागाध्यक्ष हैं। थाईलैंड, श्रीलंका आदि देशों में अपने प्रदर्शन से राज्य का मान बढ़ाया है। बिहार सरकार की ओर से 2013 में राज्य कला पुरस्कार (अम्बपाली) से सम्मानित किया गया।

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