समर्थ पोर्टल से जुड़ेंगे बिहार के विश्वविद्यालय, एडमिशन से लेकर कई जानकारियां मिलेंगी
बिहार के विश्वविद्यालयों में नामांकन से लेकर आय-व्यय तक की जानकारी अब समर्थ पोर्टल पर उपलब्ध होगी। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने 15 अगस्त तक सभी विश्वविद्यालयों को इस पोर्टल से जुड़ने का निर्देश दिया है। साथ ही विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के नैक निरीक्षण में तेजी लाने के लिए उच्च शिक्षा परिषद में एक निगरानी सेल का गठन किया जाएगा।

राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के विश्वविद्यालयों में नामांकन से लेकर आय-व्यय का ब्योरा सब कुछ समर्थ पोर्टल पर होगा। विश्वविद्यालयों में यह व्यवस्था 15 अगस्त तक हर हाल में लागू कर दी जाएगी। साथ ही विश्वविद्यालयों व कॉलेजों के नैक द्वारा निरीक्षण में तेजी लाई जाएगी।
इसकी निगरानी के लिए बिहार उच्च शिक्षा परिषद में एक सेल का गठन किया जाएगा। पटना विश्वविद्यालय व ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में शोध परियोजनाएं बढ़ेंगी। इससे संबंधित निर्देश शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने दिए। सोमवार को बिहार उच्च शिक्षा परिषद की चौथी बैठक को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि समयबद्ध कार्यक्रम के तहत 15 अगस्त तक हर विश्वविद्यालय समर्थ पोर्टल से जुड़ जाएगा। विश्वविद्यालयों की हर गतिविधि समर्थ पोर्टल पर दिखेगी।
शिक्षा मंत्री ने बिहार उच्च शिक्षा परिषद के राज्य परियोजना निदेशक को विश्वविद्यालयों में विकास कार्यों में तेजी लाने का भी निर्देश दिया। उन्होंने इस बात पर नाराजगी जताई कि वर्तमान में सिर्फ पूर्णिया विश्वविद्यालय की गतिविधियां ही समर्थ पोर्टल पर संचालित हो रही हैं। बाकी विश्वविद्यालयों ने इस दिशा में कोई कारगर पहल नहीं की है।
शिक्षा मंत्री के निर्देशानुसार अब विश्वविद्यालयों की गतिविधियों की निगरानी समर्थ पोर्टल पर की जाएगी। इसके लिए बिहार उच्च शिक्षा परिषद में एक सेल का गठन किया जाएगा। यह सेल विश्वविद्यालयों को इस दिशा में तकनीकी मदद भी उपलब्ध कराएगा।
शिक्षा मंत्री ने विश्वविद्यालयों और कॉलेजों का नैक से निरीक्षण कराने और इसकी निगरानी के लिए बिहार उच्च शिक्षा परिषद में एक सेल का गठन करने का निर्देश दिया। शिक्षा मंत्री ने विश्वविद्यालयों और कॉलेजों का नैक से निरीक्षण कराने में तेजी लाने को कहा है। प्रधानमंत्री उच्च शिक्षा अभियान (पीएम उषा) योजना की समीक्षा के दौरान शिक्षा मंत्री ने विश्वविद्यालयों को समयबद्ध कार्यक्रम के तहत आगे आने को कहा।
उन्होंने पटना विश्वविद्यालय और ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में शोध परियोजना के क्षेत्र में एक मॉडल बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने अखिल भारतीय उच्च शिक्षा सर्वेक्षण में बिहार के उच्च शिक्षण संस्थानों की भागीदारी और उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात को बढ़ाने का भी निर्देश दिया।
बैठक में परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. कामेश्वर झा, राज्य परियोजना निदेशक अजय यादव, शिक्षा विभाग के सलाहकार बैद्यनाथ यादव, परिषद के उप सचिव राम सागर प्रसाद सिंह, उप सचिव अर्चना और विद्यासागर सिंह सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति उपस्थित थे।
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