बीपीएससी पेपर लीक मामले में पकड़ा गया साल्वर, एक जगह बैठकर हल किए थे प्रश्नपत्र
BPSC Paper Leak बीपीएससी परीक्षा के प्रश्न-पत्र लीक मामले ईओयू ने शुक्रवार को नौवीं गिरफ्तारी की है। पटना से 40 वर्षीय अमित कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया है। अमित मूल रूप से मधेपुरा के सुखासन का रहने वाला है।
राज्य ब्यूरो, पटना : बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा के प्रश्न-पत्र लीक मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने नौवीं गिरफ्तारी की है। राजधानी पटना में कदमकुआं थाना अंतर्गत नाला रोड, लंगरटोली गली से 40 वर्षीय अमित कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया है। अमित मूल रूप से मधेपुरा के सुखासन का रहने वाला है। पेपर लीक कांड में उसकी भूमिका साल्वर के रूप में चिह्नित की गई है। ईओयू अधिकारियों के अनुसार, अमित गिरोह के मास्टरमाइंड आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव का करीबी है। बीपीएससी के प्रश्न-पत्र लीक होने से जुड़ी जानकारी इसके पास पहले से थी। वह आनंद गौरव के साथ मोबाइल से लगातार संपर्क में भी था।
नकल के लिए साल्व किया प्रश्न
ईओयू के अनुसार, अब तक की छानबीन में पता चला है कि अमित ने आनंद गौरव एवं अन्य अभियुक्तों के साथ एक जगह बैठकर बीपीएससी प्रश्न-पत्र को साल्व किया था। इस साल्व प्रश्न-पत्र को नकल करने के लिए परीक्षार्थियों तक पहुंचाया जाना था। प्रश्न-पत्र लीक होने और साल्व करने के एवज में जो अवैध कमाई होनी थी, उसमें अमित का भी शेयर था।
कोचिंग के छात्रों को फंसाते थे
जांच टीम के अनुसार, अमित सिंह इस तरह का खेल का माहिर खिलाड़ी है। वह विभिन्न परीक्षाओं के प्रश्न-पत्र के लीक होने से संबंधित सूचना देकर कोचिंग संस्थाओं के छात्रों को अपने जाल में फंसाता था। उन तक परीक्षा से पहले लीक प्रश्न-पत्र और साल्व आंसर-शीट पहुंचाने का प्रलोभन देकर अवैध राशि की वसूली करता था।
तकनीकी जांच पर जोड़ी जा रहीं कड़ियां
ईओयू अधिकारियों के अनुसार, इस प्रकरण में लगातार छापेमारी एवं कानूनी कार्रवाई जारी है। एसआइटी के द्वारा आपराधिक षड्यंत्र, मनी ट्रायल एवं अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अनुसंधान किया जा रहा है। तकनीकी जांच के आधार पर कडिय़ां जोड़ी जा रही हैं। षड्यंत्र में शामिल हर दोषी व्यक्ति के विरुद्ध साक्ष्य के आधार पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
अब तक इनकी हुई गिरफ्तारी : बड़हरा के बीडीओ जयवद्र्धन गुप्ता, कुंवर सिंह कालेज के प्राचार्य डा. योगेंद्र प्रसाद ङ्क्षसह, कालेज प्रोफेसर सुनील कुमार सिंह, सहायक केंद्राधीक्षक अगम कुमार सहाय, कृषि विभाग के सहायक राजेश कुमार, निशिकांत कुमार राय, कृष्ण मोहन सिंह, सुधीर कुमार सिंह और अमित कुमार सिंह। ईआयू की टीम ने प्राथमिकी दर्ज कर सभी पर धोखाधड़ी, जालसाजी, पद का दुरुपयोग, आइटी एक्ट तथा बिहार परीक्षा नियंत्रण अधिनियम-1981 की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपित बनाया है।
राजेश कुमार व सुधीर से रिमांड में पूछताछ जारी
ईओयू की एक टीम ने रिमांड पर लिए गए दो अभियुक्तों कृषि विभाग के सहायक राजेश कुमार और औरंगाबाद निवासी सुधीर कुमार सिंह से शुक्रवार को भी कई घंटों तक पूछताछ की। दोनों से ही गिरोह में शामिल अन्य अभियुक्तों की जानकारी मांगी गई, मगर वे बचते-बचाते जवाब दे रहे। मालूम हो कि ईओयू को दोनों की ही तीन दिनों की रिमांड कोर्ट से मिली है।