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    Bihar Politics: सत्ता में क्यों आना चाहती है RJD? परिवारवाद समेत इन मुद्दों पर JDU ने लालू-तेजस्वी पर फिर कसे तीखे तंज

    Updated: Sun, 10 Mar 2024 09:17 PM (IST)

    जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने दावा किया कि राजद-कांग्रेस जैसे परिवारवादी दल घोटाले करने के लिए सत्ता में आना चाहते हैं। एनडीए सरकार ने हर घर नल जल योजना में 1100 करोड़ की निविदा में भारी गड़बड़ी मिलने पर कॉन्ट्रैक्ट को रद्द कर दिया है। इस फैसले से फिर से एक बार साबित हो गया कि भ्रष्टाचार पर सरकार कोई रहम नहीं करने वाली है।

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    परिवारवाद और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जेडीयू ने लालू-तेजस्वी पर फिर कसे तीखे तंज। (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने रविवार को कहा कि राजद-कांग्रेस जैसे परिवारवादी दल घोटाला करने के लिए सत्ता चाहते हैं। बिहार में एनडीए की सरकार ने हर घर नल जल योजना में 1100 करोड़ की निविदा में भारी गड़बड़ी मिलने पर निविदा को रद्द कर दिया है।

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    राजद प्रवक्ता ने कहा कि इस फैसले फिर से एक बार साबित हो गया कि भ्रष्टाचार पर सरकार कोई रहम नहीं करने वाली। यह निविदा उस विभाग द्वारा निकाली गयी थी, जिसके मंत्री राजद के थे।

    जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि राजद-कांग्रेस जैसी परिवारवादी पार्टियों का एकमात्र उद्देश्य सत्ता के जरिए पैसा कमाना रहा है। देश मे भ्रष्टाचार का कोई भी मामला उठता हो, अंत में उसके तार परिवारवादी पार्टियों से ही जुड़ते हैं।

    उन्होने आगे कहा कि कांग्रेस ने केंद्र में अपने 10 वर्षों के शासन काल में 12.5 लाख करोड़ के घोटाले का विश्व रिकार्ड बना दिया था। वहीं राजद के राज में बिहार में तो जानवरों का चारा तक नहीं बचा।

    नीतीश कुमार की नीतियों ने महिलाओं को सम्मान दिलाया : जदयू

    राज्य ब्यूराे, पटनाजदयू प्रदेश कार्यालय में रविवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीतियों व कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से प्रदेश की महिलाओं को गरिमा व सम्मान मिला। महिला सशक्तिकरण की दिशा में उनके काम अनुकरणीय हैं।

    जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि शिक्षा के प्रति बालिकाओं को उन्मुख करने को ले मुख्यमंत्री ने कई योजनाएं शुरू कीं। उन्हीं योजनाओं का यह नतीजा है कि मैट्रिक परीक्षा में शामिल होने वाले लड़कों और लड़कियों का अनुपात आज 50:50 हो गया है।

    मालूम हो कि 2005 में यह अनुपात 67:33 था। जन्म से लेकर स्नातक की पढ़ाई तक बेटियों को 94,100 रुपए मिलते हैं। पंचायती राज और नगर निकायों के चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत का आरक्षण है। इस वजह से सामाजिक व राजनीतिक क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है।

    जदयू महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष डा. भारती मेहता ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दुनिया भर में लैंगिक समानता के नायक हैं। उन्होंने महिलाओं को आर्थिक, शैक्षणिक, सामाजिक और राजनितिक रूप से न केवल सबल किया बल्कि जैव निर्धारण की मानसिकता को भी खत्म किया। आज बिहार में बेटी का जन्म लेना ग्लानि का नहीं बल्कि गर्व का विषय होता है।

    पूर्व शीला मंडल व विधान पार्षद ललन सर्राफ ने इस मौके पर अपने विचार रखे। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम में जदयू महिला प्रकोष्ठ की प्रभारी रंजू गीता, प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा, डा. श्वेता विश्वास, मालती व पूर्व विधान पार्षद रोजिना नाजिश भी मौजूद थीं।

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