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    बिहार: प्‍यार में नहीं, भाजपा से तकरार में बन गए कवि, राजद प्रवक्‍ता ने मोदी के शासनकाल पर लिखी कविता

    By Arun AsheshEdited By: Deepti Mishra
    Updated: Wed, 31 May 2023 06:27 PM (IST)

    राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी की आए दिन भाजपा नेताओं से तकरार होती है। केंद्र सरकार के नौ वर्ष पूरे होने पर भाजपा के लोग प्रशंसा के पुल बांध रहे हैं। इधर तिवारी ने कविता के माध्यम से सरकार की विफलताएं गिनाई ।

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    प्यार में नहीं, भाजपा से तकरार में कवि बन गए राजद के तिवारी। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, पटना: अक्‍सर लोग जवानी में महबूब से प्यार या फिर जुदाई में कविताएं करते हैं। प्रेमिका को रिझाने के लिए तुकबंदी करते हैं। उसे कविता का नाम देते हैं, लेकिन यहां मामला दूसरा है।  राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी प्यार में नहीं, तकरार में कवि बन गए हैं।

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    दरअसल, राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी  की आए दिन भाजपा नेताओं से तकरार होती है। केंद्र सरकार के नौ वर्ष पूरे होने पर भाजपा के लोग प्रशंसा के पुल बांध रहे हैं। इधर तिवारी ने कविता के माध्यम से सरकार की विफलताएं गिनाई ।

    मृत्युंजय तिवारी की कविता कुल 15 पंक्तियों की है। इसमें उन्होंने बताने की कोशिश की है कि मोदी के शासनकाल के नौ साल पूरे होने पर देश की बेहाली, गरीब, मजदूर, किसान, नौजवान और पहलवान सबका है बुरा हाल। नोटबंदी को बनाकर ढाल, जनता को किया बेहाल, भाजपा हो गई पूरा मालामाल।

    तिवारी की कविता का भाव यह है कि बजरंग बली भी भाजपा से परेशान हो गए। इसलिए कर्नाटक में पार्टी का बुरा हाल हो गया। कविता में उन्‍हें यह भी आस है कि जनता भी भाजपा के नकली चाल, चरित्र और चेहरे को पहचान गई है। इसलिए 2024 में केंद्र से भाजपा की विदाई हो जाएगी। उन्होंने 15 पंक्तियों में नौ साल के शासन की विफलताओं का विवरण दे दिया है।