Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar Politics: तेजस्वी यादव को बड़ा झटका, कद्दावर राजद नेता ने समर्थकों के साथ ली भाजपा की सदस्यता

    Updated: Fri, 27 Jun 2025 09:54 PM (IST)

    जहानाबाद के राजद नेता अजीत यादव समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने पार्टी में आने वाले सभी लोगों की सदस्यता ग्रहण करवाई एवं स्वागत किया। जायसवाल ने कहा कि अजीत की शाहाबाद और मगध की धरती पर समाजसेवी के रूप में अलग और बड़ी पहचान है।

    Hero Image
    Bihar Politics: तेजस्वी यादव को बड़ा झटका, कद्दावर राजद नेता ने समर्थकों के साथ ली भाजपा की सदस्यता

    राज्य ब्यूरो, पटना। भाजपा प्रदेश कार्यालय में शुक्रवार को आयोजित मिलन समारोह में जहानाबाद के राजद नेता अजीत यादव समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने पार्टी में आने वाले सभी लोगों की सदस्यता ग्रहण करवाई एवं स्वागत किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जायसवाल ने कहा कि अजीत की शाहाबाद और मगध की धरती पर समाजसेवी के रूप में अलग और बड़ी पहचान है। ऐसे वरिष्ठ नेता आज राजद छोड़कर भाजपा में सम्मिलित हुए, यह बड़ी प्रसन्नता की बात है।

    जायसवाल ने कहा कि भाजपा में यादव समाज के सबसे अधिक विधायक और सांसद हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसा माहौल बनाते हैं कि यादव समाज पर उनका ही अधिकार है। इस समारोह में प्रदेश महामंत्री राधामोहन शर्मा, एमएलसी प्रमोद चंद्रवंशी एवं अनिल शर्मा के अतिरिक्त कई लोग उपस्थित थे।

    संभावित हार से भयभीत विपक्ष चुनाव आयोग की प्रक्रिया पर सवाल उठा रहा : जदयू

    दूसरी ओर, जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने शुक्रवार को कहा कि अपनी संभावित हार से भयभीत विपक्ष चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची विशेष पुनरीक्षण अभियान पर सवाल उठा रहा। घबड़ाहट में विपक्ष लोकतंत्र की नियमित और पारदर्शी प्रक्रियाओं में अनर्गल सवाल उठाकर चुनाव आयोग को कठघरे में खड़ा कर रहा। यह अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। यह कहीं न कहीं विपक्ष द्नारा अभी से अपनी हार का बहाना तलाशने जैसा है।

    जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव आयोग जैसी निष्पक्ष और संवैधानिक संस्था की विश्वसनीयता पर उंगली उठाना लोकतांत्रिक परंपराओं का खुला अपमान है। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि विपक्ष जन समर्थन और जन विश्वास पूरी तरह से खो चुका है। उसका जनाधार लगातार खिसक रहा है। निराधार आरोप व झूठे प्रचार के माध्यम से जनता को गुमराह करने की कोशिश विपक्ष की बौखलाहट को उजागर करता है। मतदाता सूची का पुनरीक्षण एक नियमित और आवश्यक प्रक्रिया है जो प्रत्येक चुनाव के पूर्व की जाती है।