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    Bihar Politics: RJD ने CEC पर लगाया BJP की दलीलें दोहराने का आरोप, डिप्टी CM विजय सिन्हा ने किया पलटवार

    Updated: Sun, 17 Aug 2025 10:41 PM (IST)

    राजद प्रवक्ता ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त की प्रेस वार्ता को उद्देश्यहीन बताया और आरोप लगाया कि चुनाव आयोग भाजपा के एजेंडे पर काम कर रहा है। उपमुख्यमंत्री ने महागठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा को हार का ठीकरा फोड़ने की तैयारी बताया। उन्होंने कहा कि हारने पर चुनाव आयोग पर सवाल उठाए जाते हैं।

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    संवैधानिक संस्था के विरुद्ध झूठा प्रचार कर रहे राहुल-तेजस्वी: विजय सिन्हा

    राज्य ब्यूरो, पटना। मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) की प्रेस-वार्ता को राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने उद्देश्यहीन बताते हुए कहा कि उसमें INDIA (बिहार में महागठबंधन) के किसी भी जिज्ञासा का समाधान नहीं किया गया।

    रविवार को चित्तरंजन ने कहा कि चुनाव आयोग ने उन्हीं दलीलों को दोहराने का काम किया है, जो अब तक भाजपा और उसके सहयोगी दलों द्वारा दी जाती रही हैं। प्रेस-वार्ता से भी निर्वाचन आयोग ने इस सच्चाई की पुष्टि कर दी कि वह भाजपा के एजेंडे पर काम कर रहा है।

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    उन्होंने कहा कि जब राहुल गांधी और तेजस्वी यादव 'वोटर अधिकार यात्रा' पर निकले तो डेढ़ महीने से मुंह छिपाए हुए चुनाव आयोग को प्रेस-वार्ता की सूझी। उसमें भी पूछे गए ज्वलंत प्रश्नों पर या तो चुप्पी साध ली गई या गोल-मटोल जवाब देकर पर्दा डालने की चेष्टा हुई।

    मुख्य चुनाव आयुक्त की भाव-भंगिमा और उनके द्वारा चयनित शब्दों से स्पष्ट हो गया कि प्रेस-वार्ता चुनाव आयोग की नहीं, बल्कि भाजपा के मीडिया सेल की थी।

    डिप्टी CM ने वोट अधिकार यात्रा पर ली चुटकी

    महागठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा पर चुटकी लेते हुए उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि राहुल-तेजस्वी की जोड़ी आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी हार का ठीकरा चुनाव आयोग पर फोड़ने का रिहर्सल कर रहे हैं।

    उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय संविधान के नाम पर इन लोगों ने झूठा प्रचार करने का बीड़ा उठाया था। अब संविधान, संवैधानिक संस्थाओं एवं पूरी लोकतांत्रिक व्यवस्था को कठघरे में खड़ा करना अपना एकमात्र ध्येय बना लिया है।

    उन्होंने कहा कि जब चुनाव के नतीजे इनके पक्ष में होते हैं, तब ईवीएम से लेकर चुनाव आयोग का कामकाज इनकी नजर में सही होता है, लेकिन जब ये हारते हैं तो चुनाव आयोग के कामकाज से लेकर पूरी व्यवस्था पर प्रश्न खड़े करने लगते हैं।

    बिहार की जनता को नौटंकी नहीं, नया बिहार चाहिए। अभी से लेकर मतगणना तक अलग-अलग लहजे और तेवर में इनका यह अभ्यास चलने वाला है।