Exclusive Interview: परिवार के संघर्ष में उलझकर तेजस्वी हो गए हैं असंतुलित : ऋतुराज सिन्हा
भाजपा नेता ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि मगध और शाहाबाद में राजग के पक्ष में लहर है। उन्होंने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वे परिवार के संघर्ष में उलझकर असंतुलित हो गए हैं। महागठबंधन में दरार है। राजग सरकार एक करोड़ लोगों को रोजगार देगी और हर परिवार की आय दोगुनी करेगी। चित्रांश समाज को हमेशा प्राथमिकता दी गई है।

भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री व मगध और शाहाबाद के क्षेत्रीय चुनाव प्रभारी ऋतुराज सिन्हा
जागरण संवाददाता, पटना। भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री व मगध और शाहाबाद के क्षेत्रीय चुनाव प्रभारी ऋतुराज सिन्हा पूरी सक्रियता से चुनावी समीकरणों को साधने में जुटे हैं।
पार्टी में युवा एवं तेज-तर्रार रणनीतिकार माने जाने वाले ऋतुराज को बिहार के सबसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्र का दायित्व सौंपा गया है। राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) एवं भाजपा के लिए 2020 के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में मगध तथा शाहाबाद क्षेत्र कटु अनुभव वाले क्षेत्र रहे हैं।
2020 के विधानसभा चुनाव में मगध व शाहाबाद क्षेत्र में भाजपा कुल 48 सीटों पर लड़कर मात्र पांच सीट जीत पाई थी। वहीं, 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के हाथ से जीती हुई आठ में से छह सीटें फिसल गईं थीं।
राजग की इस विकट चुनौती को लेकर दैनिक जागरण के विशेष संवाददाता रमण शुक्ला ने ऋतुराज से चुनाव प्रबंधन को लेकर लंबी बातचीत की। प्रस्तुत है मुख्य अंश :
सवाल : राजग को मगध एवं शाहाबाद क्षेत्र में लगातार दो चुनाव (2020 के विधानसभा एवं 2024 के लोकसभा चुनाव) में मतदाताओं ने झटका दिया। अबकी बार भी भितरघात चरम पर है। इस चुनौतीपूर्ण क्षेत्र के दायित्व को कैसे साधेंगे?
 
जवाब: कोई चुनौती नहीं है। शाहाबाद से लेकर सीमांचल तक, हर क्षेत्र में भाजपा एवं राजग के पक्ष में स्पष्ट लहर दिख रही है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने विकास, सुशासन एवं विश्वास के बल पर जनसमर्थन की नई मिसाल कायम की है।
मैंने चुनाव घोषणा एवं टिकट बंटवारे के उपरांत सौ से अधिक छोटी-बड़ी जनसभाओं एवं बैठकों में, जनता बनाम विपक्ष की नकारात्मक राजनीति के बीच अंतर को महसूस किया है।
मतदाताओं ने अबकी बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की डबल इंजन सरकार की झोली भरने के साथ ही, 2020 (विधानसभा चुनाव) की टीस एवं 2024 (लोकसभा चुनाव) की चूक की भरपाई का मन बना लिया है।
14 नवंबर को राजग की प्रचंड जीत होगी। भोजपुरी में कहें तो 2020 के विधानसभा चुनाव में राजग सरकार को प्रचंड बहुमत से नहीं जिताने की ‘टीस’ एवं 2424 के लोकसभा चुनाव में मोदी का हाथ मजबूत नहीं करने की ‘खीस’ (गुस्सा) जनता इस बार महागठबंधन पर उतारेगी।
सवाल: मेरी जानकारी में आपने लंदन के लीड्स विश्वविद्यालय एवं हावर्ड विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा तथा प्रबंधन की पढ़ाई की है। लेकिन, मगध एवं शाहाबाद क्षेत्र का दायित्व देने के पीछे आपका भोजपुरी भाषी होना तो नहीं है?
जवाब: हां, हो सकता है। मेरा सौभाग्य है कि मैं उस भोजपुर (आरा) जिले का रहने वाला हूं, जो बिहार ही नहीं देश की राजनीति का केंद्र रहा है।
हालांकि, मैं समझता हूं कि मैं नहीं, मगध एवं शाहाबाद क्षेत्र के हजारों-हजार कार्यकर्ताओं ने राजग एवं भाजपा प्रत्याशियों को विजयी बनाने का प्रण लिया है।
पार्टी एवं शीर्ष नेतृत्व कई पहलुओं पर विचार-विमर्श के बाद दायित्व सौंपता है। इसमें एक पहलू भोजपुरी भाषी होना हो सकता है।
सवाल: राजग के संकल्प पत्र पर तेजस्वी यादव का सुझाव है कि मतदान से सप्ताह भर पहले लोक लुभावन घोषणा पत्र नहीं, 20 वर्ष की सरकार के कामकाज पर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। क्या कहेंगे?
जवाब: देखिए, तेजस्वी यादव सीट बंटवारे में कांग्रेस के झटके से तिलमिलाए हुए हैं। कांग्रेस-राजद ने एक दूसरे के विरुद्ध प्रत्याशी उतार कर इसे प्रमाणित कर दिया है।
महागठबंधन में महागांठ, महादरार स्पष्ट देख कर जनता अपना वोट बर्बाद नहीं करेगी। यही नहीं भ्रष्टाचार, वंशवाद एवं परिवार में चल रहे संघर्ष से बुरी तरह घिरने के कारण, तेजस्वी असंतुलित हो गए हैं।
डबल इंजन सरकार के प्रति जनता के भारी उत्साह को देखकर वे विचलित हो रहे हैं। यही वजह है कि ‘तेजस्वी प्रण’ में बगैर गुणा-गणित लगाए फिर से नौकरी के बदले जमीन हड़पने के लिए ढाई करोड़ लोगों को सरकारी नौकरी देने की हवा-हवाई घोषणा कर दी।
तेजस्वी को राजद के जंगलराज के दौरान 15 वर्षों तक चौपट शिक्षा व्यवस्था, चरवाहा विद्यालय, प्रवासन, अस्पतालों में रूई-सुई मिलने और अपहरण उद्योग पर जवाब देना चाहिए।
सवाल: राजग का संकल्प पत्र बनाने में आपकी अहम भूमिका रही है। शिक्षा, नौकरी एवं रोजगार सृजन के साथ उद्योग लगाने जैसे कई बिंदुओं को सम्मिलित करने के पीछे आपकी क्या परिकल्पना है?
जवाब: ऐसा नहीं है। संकल्प पत्र भाजपा एवं राजग के कई वरिष्ठ एवं अनुभवी दिग्गजों के अतिरिक्त सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी, सुप्रीम कोर्ट एवं हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जज, वित्तीय मामलों के विशेषज्ञ एवं सर्व समाज के प्रबुद्ध लोगों के सुझाव से तैयार किया गया है।
मेरी भूमिका तो राम सेतु के निर्माण में भाग लेने वाली गिलहरी की तरह है। परंतु, मैं इतना जरूर कह सकता हूं कि मोदी हैं तो मुमकिन है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घोषणा की है कि राजग ने संकल्प पत्र में लोगों से जो वादे किए हैं, वह शत-प्रतिशत सच्चाई की कसौटी पर कसी हुई है।
अगले पांच वर्ष में एक करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार एवं नौकरी दिए जाएंगे। रोजगार के लिए महिलाओं को दो लाख रुपये तक की सहायता दी जाएगी।
हर जिले में फैक्ट्री। बिहार में 10 नए औद्योगिक पार्क बनेंगे। 100 एमएसएमई पार्क एवं 50 हजार से अधिक कुटीर उद्यम लगाए जाएंगे।
विकसित बिहार औद्योगिक मिशन के अंतर्गत एक लाख करोड़ के निवेश से औद्योगिक क्रांति लाने व विकसित बिहार का इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट मास्टर प्लान बनाने की योजना है।
यह औद्योगिकीकरण एवं नौकरियों की नींव रखेगा। बिहार को देश के एआइ हब के रूप में विकसित करने के लिए सेंटर्स आफ एक्सीलेंस स्थापित करने की योजना पर काम चल रहा है।
सवाल: आप हर चुनावी सभा में डबल इनकम की बात करते हैं। इसके लिए कोई योजना?
जवाब: देश के गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह का स्पष्ट मानना है कि बिहार की तरक्की एवं विकसित बिहार बनाने के लिए हर परिवार में डबल इनकम सुनिश्चित करना होगा। इसी लक्ष्य को साकार करने के उद्देश्य से एक करोड़ जीविका दीदियों की अगले पांच वर्ष में प्रतिमाह 10 से 15 हजार रुपये आमदनी सुनिश्चित करने का प्रावधान किया गया है।
सवाल: बिहार से भाजपा के राष्ट्रीय संगठन में आप इकलौते पदाधिकारी हैं। फिर भी टिकट बंटवारे में चित्रांश समाज की घोर उपेक्षा हुई है। दो विधायकों का टिकट काट दिया गया। इसकी भरपाई कैसे होगी?
जवाब: मैं राष्ट्रीय मंत्री जरूर हूं, लेकिन टिकट बंटवारे से संबंधित दायित्व में मेरी कोई भूमिका नहीं थी। फिर भी राजग ने चित्रांश समाज के दो लोगों को टिकट दिया है।
इनमें भाजपा से नितिन नवीन एवं जदयू ने अमेरिका से पढ़े समृद्ध वर्मा को प्रत्याशी बनाया है। जहां तक नरकटियागंज या अन्य विधायकों का टिकट काटने का प्रश्न है, तो यह पार्टी द्वारा विश्वास मत प्राप्त करने के दौरान विश्वासघात करने वाले विधायकों के मामले में लिए गए निर्णय की तरह ही है।
फिर भी भाजपा की बात है, तो अन्य दलों की तुलना में चित्रांश समाज की पार्टी में सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व और प्राथमिकता आज भी है।
वर्तमान में पटना साहिब के सांसद रविशंकर प्रसाद कायस्थ हैं। राज्य सरकार के एक प्रमुख मंत्रालय, पथ निर्माण विभाग में बांकीपुर के विधायक नितिन नवीन, चित्रांश समाज से ही हैं।
यही नहीं, विधान परिषद में उप मुख्य सचेतक एवं भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी संजय मयूख भी इसी समाज से हैं। ऐसे में दूसरे दलों की तुलना में भाजपा ने सर्वाधिक प्रतिनिधित्व चित्रांश समाज को दिया है।

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