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    पटना जू में 10 बच्चों के पिता अयोध्या नाम के गैंडे की मौत, 15 दिनों में तीन बड़े जानवरों की गई जान

    Updated: Tue, 17 Jun 2025 11:36 AM (IST)

    सात महीने में विलुप्त प्राय तीन गैंडे की संजय गांधी जैविक उद्यान में मृत्यु हो गई। सोमवार की दोपहर में अयोध्या नामक गैंडे ने भी दम तोड़ दिया। इसकी उम्र 32 वर्ष छह माह थी। पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक पीके गुप्ता के नेतृत्व में गैंडा को अंतिम संस्कार के पूर्व श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

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    अयोध्या नामक गैंडा को मृत्यु के बाद दी गई श्रद्धांजलि। जागरण।

    जागरण संवाददाता, पटना। संजय गांधी जैविक उद्यान में सात महीने में विलुप्त प्राय तीन गैंडे की मृत्यु हो गई। छह माह पहले लाली और विद्युत नामक गैंडे की मृत्यु हुई थी। सोमवार की दोपहर में अयोध्या नामक गैंडे ने भी दम तोड़ दिया। इसकी उम्र 32 वर्ष छह माह थी।

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    उद्यान प्रशासन ने मृत्यु होने का कारण वृद्ध बताया है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक पीके गुप्ता के नेतृत्व में गैंडा को अंतिम संस्कार के पूर्व श्रद्धांजलि अर्पित की गई। श्रद्धांजलि सभा में  प्रधान मुख्य वन संरक्षक सह मुख्य वन्य प्राणी प्रतिपालक अरविंदर सिंह, निदेशक पारिस्थितिकी अभय कुमार, जू निदेशक हेमंत पाटिल सहित कई अधिकारी मौजूद थे। विदित हो कि 15 दिनों में तीन बड़े जानवरों ने दम तोड़ दिया है।

    गैंडे की लगातार संख्या घट रही

    विश्व में गैंडा की संख्या के मामले में अमेरिका के सेंट डियागो जू के बाद जू दूसरा स्थान रखने वाले संजय गांधी जैविक उद्यान में गैंडे की लगातार संख्या घट रही है। हड़ताली की मौत भी 2024 की शुरुआत में हुई थी। संख्या 14 से घटकर 10 पर आ गया है।

    हथिनी माला की मृत्यु हुई थी

    अयोध्या की मृत्यु के पहले हथिनी माला की मृत्यु हुई थी। वह अस्वस्थ चल रही थी। इसके पहले गौर की मृत्यु हुई। लगातार तीन गौर की मृत्यु हो चुकी है। दो से अधिक भालू, फिसिंग कैट की मृत्यु हो चुकी है। इसके पहले दो गैंडा लाली और विद्युत की मृत्यु हो चुकी है। इसी बीच वन्य प्राणियों के अदला बदली के तहत डांसिंग डियर को लाया गया था। दोनों की मृत्यु हो गई। 

    10 बच्चों का पिता था अयोध्या

    अयोध्या नामक गैंडे को 20 अक्टूबर 2005 को दिल्ली जू से लाया गया था। अयोध्या के सहयोग से 10 बच्चे जन्म लिए हैं। वर्तमान में चार बच्चे जंबो, शक्ति, गुड़िया, युवाराज युवा हैं। इनकी बच्ची डाली वन्य प्राणी अदला-बदली के तहत मैसूर जू चली गई हैं। अयोध्या के दिल्ली जू में भी बच्चे हैं। अयोध्या के पटना आने के बाद नस्ल बदलाव में अहम भूमिका है। गैंडे की संख्या बढ़ाकर विश्व स्तरीय पहचान को बरकरार रखने में अयोध्या की अहम भूमिका है। 

    चिकित्सक के एक पद रिक्त

    चिड़ियाघर में चिकित्सकों के तबादले और नए के पदस्थापन के बाद से विवाद चल रहा है। दो पदस्थापित चिकित्सक को वापस भेज दिया गया। पूर्व के दो चिकित्सक में एक सेवानिवृत्त हो गए तथा दूसरे का स्थानांतरण हो गया। एक नए चिकित्सक को वन्य प्राणियों के चिकित्सा का भार सौंप दिया गया।

    उद्यान निदेशक बनते ही नए निदेशक हेमंत पाटिल ने विभाग को पत्र लिखकर अनुभवी चिकत्सक देने की मांग की। वन विभाग डाक्टरों का नया कैडर बना रहा है। पशुपालन विभाग किसी चिकित्सक को नहीं दिया। सवाल उठ रहा है कि दो चिकत्सक का पद है तो एक पद क्यों रिक्त है।