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    जबलपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से जुड़ रहे अनंत के घर से बरामद एके-47 के तार

    By JagranEdited By:
    Updated: Sun, 18 Aug 2019 01:39 AM (IST)

    मोकामा विधायक अनंत सिंह के घर से बरामद एके 47 के तार जबलपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से जुड़ सकते हैं। ...और पढ़ें

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    जबलपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से जुड़ रहे अनंत के घर से बरामद एके-47 के तार

    पटना । मोकामा विधायक अनंत सिंह के घर से बरामद एके 47 के तार जबलपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से जुड़ने लगे हैं। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि यह राइफल जबलपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से चोरी हुए हथियारों में से एक हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि बरामद एके 47 असेंबल की हुई है।

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    दरअसल जबलपुर स्थित ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से 60 से ज्यादा एके-47 कुछ साल पहले चोरी हुई थी। इस बात की जानकारी न तो फैक्ट्री को लगी और न ही सुरक्षा एजेंसियों को। इस रैकेट से जुड़े लोग ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से एके-47 के पा‌र्ट्स की चोरी कर उसे असेंबल करते थे। फिर बिहार और झारखंड के अपराधियों और नक्सलियों को सप्लाई करते थे।

    : जबलपुर फैक्ट्री से चोरी गई एके-47 भी थी असेंबल :

    छापेमारी में शामिल कुछ पुलिस अधिकारियों की मानें तो अनंत सिंह के घर से बरामद एके-47 जबलपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से चोरी हुए हथियारों में से एक है क्योंकि वहां से गायब सारे हथियार असेंबल ही थे। विधायक के घर से मिली एके-47 भी असेंबल ही है। साथ ही उसके कुछ पा‌र्ट्स भी खुले हुए हैं। वैसे जांच एजेंसिया और फोरेंसिक टीम हथियार की जाच करने में जुटी है।

    : नंबर से खुलेगा राज :

    जबलपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में जिन भी पा‌र्ट्स का निर्माण होता है, उनपर एक संख्या अंकित होती है। विधायक के घर से मिली एके 47 के पा‌र्ट्स पर भी नंबर अंकित है। ऐसे में हथियारों के नंबर मिलान के बाद यह पता चला जाएगा कि इसका निर्माण कब और कहां हुआ।

    : 2018 में हुआ रहस्योद्घाटन :

    ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से राइफलों के पा‌र्ट्स की चोरी का रहस्योदघाटन अगस्त 2018 में हुआ था। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। मुंगेर के जमालपुर थाना क्षेत्र से तीन एके 47 के साथ हथियार तस्कर इमरान को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद ही जबलपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से एके-47 के पा‌र्ट्स की चोरी होने की जानकारी सामने आई। इसके बाद इसकी जांच एनआइए को सौंप दी गई। गिरफ्तार तस्करों ने पूछताछ में यह जानकारी दी थी कि हथियारों की तस्करी 2012 से हो रही थी। तस्कर मोहम्मद इमरान, शमशेर आलम और उसकी बहन रिजवाना बेगम ने जांच एजेंसियों को इस बारे में जानकारी दी थी। ये लोग बिहार, यूपी और झारखंड के बाहुबली नेताओं, अपराधियों और नक्सलियों को हथियारों की सप्लाई करते थे।

    : सुरेंद्र ठाकुर हथियारों की चोरी कर पुरुषोत्तम को देता था :

    जबलपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से सुरेंद्र ठाकुर एके 47 और उसके पा‌र्ट्स चोरी कर बाहर लाता था। फिर उसे पुरुषोतम को देता था। पुरुषोतम फिर उन हथियारों को बिहार के तस्करों तक पहुंचाता था। गिरफ्तार पुरुषोतम ने जांच एजेंसियों को यह बताया था कि वह अपनी पत्‍‌नी के साथ ट्रेन से हथियार लेकर मुंगेर के जमालपुर जाता था। पुरुषोतम भी जबलपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री का ही रिटायर्ड कर्मचारी है। : अधिकांश हथियारों का पता नहीं :

    बिहार पुलिस और एनआइए अभी तक 22 एके-47 बरामद कर पाई है। लेकिन चालीस से ज्यादा हथियारों के बारे में कोई जानकारी नहीं है कि वो हथियार कहा और किसके पास हैं। अभी तक पुलिस दो दर्जन से अधिक लोगों को इस मामले में गिरफ्तार कर चुकी है।