बिहारः रविशंकर प्रसाद ने उद्धव ठाकरे से पूछा-एक मंत्री का टारगेट 100 करोड़ तो बाकी का कितना
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पटना में रविवार को महाराष्ट्र सरकार पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर महाराष्ट्र के गृह मंत्री द्वारा 100 करोड़ रुपये का लक्ष्य था तो अन्य मंत्रियों के लिए क्या टारगेट था?

राज्य ब्यूरो, पटना। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर की चिट्ठी को लेकर उपजे विवाद पर केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने रविवार को महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार पर करारा हमला बोला। बिहार भाजपा प्रदेश मुख्यालय पटना में मीडिया को संबोधित करते हुए रविशंकर ने कहा कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर बड़ा आरोप लगाया है। परमबीर सिंह के पत्र में सनसनीखेज आरोप लगाते हुए असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाझे को 100 करोड़ रुपये प्रति महीने वसूली करने को कहा गया था।
सचिन वाझे की नियुक्ति किसके दबाव में हुई?
रविशंकर ने कहा कि अगर महाराष्ट्र के गृह मंत्री द्वारा 100 करोड़ रुपये का लक्ष्य था तो अन्य मंत्रियों के लिए क्या टारगेट था? केंद्रीय कानून मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने राज्य पर शासन करने का नैतिक अधिकार खो दिया है। रविशंकर ने कहा कि एक तरफ लूट चल रही है, दूसरी तरफ महाराष्ट्र के गृह मंत्री कह रहे हैं कि परमबीर सिंह खुद को बचाने के लिए ये झूठे आरोप लगा रहे हैं। रविशंकर ने कहा कि ये साफ हो गया है कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख की तरफ से सचिन वाझे को बार-बार गृह मंत्री के लिए पैसा इकट्ठा करने का निर्देश दिया गया था। रविशंकर ने कहा कि हमारा ये सवाल है कि सचिन वाझे की नियुक्ति किसके दबाव में की गई थी? रविशंकर ने कहा कि उद्धव ठाकरे और शरद पवार बताएं कि कितने-कितने रुपयों का लक्ष्य महाराष्ट्र सरकार के मंत्रियों को दिया गया था।
परमबीर के पत्र पर उपजा विवाद
बता दें कि पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नाम एक पत्र लिखा था। पत्र में महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने सचिन वाझे से 100 करोड़ रुपये हर महीने वसूली करने को कहा था। चिट्ठी विवाद पर अनिल देशमुख ने परमबीर सिंह पर पलटवार करते हुए कहा कि वे खुद को कानूनी कार्रवाई से बचाने के लिए ऐसे आरोप लगा रहे हैं।
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