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    Bihar Police: एफआईआर का रेट फिक्स, रिश्वत नहीं देने पर पिटाई; कम नहीं वर्दी वालों के कारनामे

    Updated: Tue, 20 May 2025 05:56 PM (IST)

    पुलिस वाले अपनी करतूत से वर्दी पर दाग लगा रहे हैं। पटना में किसी भी कांड में किसी को पकड़ने व छोड़ने के एवज में प्रतिदिन हजारों की काली कमाई की जा रही है। एफआईआर का रेट फिक्स है। रिश्वत नहीं देने पर पिटाई करने के मामले भी सामने आए हैं।

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    रसूख की आड़ में वसूली से थाना कर्मी लगा रहे ''वर्दी'' पर दाग। सांकेतिक तस्वीर।

    अनिल कुमार, पटना सिटी। दीदारगंज थाना ने पुलिस ने महकमे पर दाग लगा दिया है। विशेष निगरानी इकाई द्वारा नौ मई को रिश्वतखोर सहायक अवर निरीक्षक अभिनंदन कुमार को आटो चालक रोहित कुमार पीतांबर से दस हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। एसवीयू के हाथों दबोचे गए दीदारगंज थाना के सहायक अवर निरीक्षक की काली करतूतों पर गिरफ्तारी के बाद सरेराह चर्चा हो रही है।

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    ...पहचान बदनाम पुलिसकर्मी के रूप में

    दीदारगंज थानाध्यक्ष रणवीर कुमार के अनुसार रिश्वतखोर एएसआई अभिनंदन कुमार लगभग एक वर्ष से थाना में पदस्थापित था। उसकी पहचान बदनाम पुलिसकर्मी के रूप में थी। पटना सिटी अनुमंडल के शहरी क्षेत्र के आठ थानों में इस भ्रष्ट एएसआई जैसे कई पुलिस पदाधिकारी हैं, जो किसी भी कांड में किसी को पकड़ने व छोड़ने के एवज में प्रतिदिन हजारों की काली कमाई कर रहे हैं।

    रिश्वत नहीं देने पर की जाती पिटाई 

    कांड में रिश्वत नहीं देने पर उनकी पिटाई भी की जाती है। आरोपित व गुनहगार की हैसियत के हिसाब से हर काम का दाम तय है। धारा के अनुसार तय किया जाता था थानों में रिश्वत का रेट। विशेष निगरानी इकाई को अनुमंडल के आठों थाना क्षेत्र में पीड़ितों से रिश्वत लेने की लगातार शिकायत मिल रही है। कई दरोगा व एएसआई निगरानी के रडार पर हैं।

    एफआइआर से अनुसंधान तक पुलिस पदाधिकारियों का रेट तय

    सूत्र बताते हैं कि एफआइआर करने से लेकर अनुसंधान तक का पुलिस पदाधिकारियों ने रेट तय कर रखा है। स्थानीय नागरिक बताते हैं कि अनुमंडल के विभिन्न थानों में वर्ष 2017 के बाद लूट-खसोट का धंधा परवान चढ़ गया। बिना घूस के थाना में कोई काम नहीं हो रहा है। थाना के हमदर्द दिन-रात शिकारी की खोज में लगे रहते थे।

    इंस्पेक्टर व सिपाही घूस लेते हो चुके हैं गिरफ्तार

    निगरानी ब्यूरो ने बालू गिट्टी लदे ट्रक व ट्रैक्टरों से अवैध वसूली की शिकायत मिलने पर दीदारगंज थानाध्यक्ष राजेश कुमार व सिपाही विवेक कुमार को वर्ष 2021 के 16 जून को बालू लदे छह ट्रक से 72 हजार की वसूली के दौरान ही रंगेहाथ गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसकी भी चर्चा चहुंओर हुई थी।

    एसएसपी ने सरेराह 100 रुपये घूस लेते पकड़ा रंगेहाथ

    वर्ष 2022 के 12 मार्च वरीय पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लो ने किला घाट के समीप चौक थाना के चालक नारायण यादव को बालू लदे ट्रैक्टर के चालक भोला से सौ रुपये घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। एसएसपी ने ड्यूटी में तैनात दारोगा कन्हैया तिवारी व चालक को घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार कर चौक थाना द्वारा जेल भिजवाया था।

    एएसआई सड़क पर रिश्वत लेते गिरफ्तार

    निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने वर्ष 2018 के तीन अगस्त को चौक थाना मोड़ पर बीच सड़क पर रिश्वत के आठ हजार रुपये लेते गिरफ्तार किया था। निगरानी की टीम ने जब गिरफ्तार एएसआइ की जेब की तलाशी लिया तो रिश्वतखोर एएसआई की जेब से एक लाख 30 हजार 200 रुपये बरामद हुए थे।