RakshaBandhan 2022: आज दिनभर है रक्षाबंधन का मुहूर्त, राशि के अनुसार अपने भैया को बांधें इस रंग की राखी
उदयगामिनी तिथि में आज मनाया जा रहा रक्षाबंधन। 11 अगस्त को 9.44 से पूर्णिमा आरंभ के साथ लग गया था भद्रा। भद्रा काल में राखी बांधना नहीं है शुभ। मिथिला पंचांग के अनुसार बहनें पूरे दिन भाई को बांध सकती हैं राखी

पटना, जागरण संवाददाता। Raksha Bandhan 2022: भाई-बहनों के स्नेह के प्रतीक पर्व रक्षाबंधन सावन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा यानी आज सौभाग्य योग में मनाया जा रहा है। बहनें अपने भैया की कलाई पर राखी बांधने पहुंच रही हैं। काशी हिंदू विश्वविद्यालय से प्रकाशित विश्व पंचांग के अनुसार 12 अगस्त को यह पर्व मनाया जा रहा है। जबकि कुछ पंचांगों में 11 अगस्त को रक्षाबंधन मनाने का जिक्र रहने से ऊहापोह की स्थिति बनी थी। ज्योतिष आचार्य राकेश झा के अनुसार 11 अगस्त की सुबह 9.43 बजे के बाद पूर्णिमा तिथि और उसके तुरंत बाद ही भद्रा का आरंभ हो गई। भद्रा रात 8.34 बजे तक रही। इसलिए 12 अगस्त को उदयगामिनी तिथि में रक्षाबंधन मनाया जा रहा है। वहीं हृषिकेश पंचांग के अनुसार 11 अगस्त की रात्रि 8.25 बजे भद्रा की समाप्ति के बाद राखी बांधी जा सकती है। बनारसी पंचांग में 11 अगस्त की रात 8.30 बजे भद्रा खत्म होने से लेकर शुक्रवार की सुबह 7.16 बजे तक पूर्णिमा तिथि में रक्षा बंधन की बात है।
भद्रा काल में नहीं बांधें राखी
मिथिला पंचांग के अनुसार शुक्रवार को दिन भर राखी बांधी जा सकती है। शास्त्रीय मान्यता के अनुसार भद्रा रहित पूर्णिमा में दिन रात किसी भी समय रक्षाबंधन किया जा सकता है। इस दिन गंगा स्नान, दान करना शुभ माना जाता है। भद्रा में रक्षाबंणन करना राजा, राज्य व राष्ट्र के लिए अशुभ माना जाता है। इसके अलावा अन्य शुभ कार्य भी भद्रा के दौरान वर्जित माना गया है।
राशि के अनुसार बांधे राखी
- मेष - लाल, केसरिया, पीला रंग की राखी
- वृष - नीले रंग या चांदी की राखी
- मिथुन - हरे रंग की राखी
- कर्क - सफेद धागा, मोती से निर्मित राखी
- सिंह - गुलाबी, लाल, केसरिया रंग की राखी
- कन्या - सफेद या हरे रंग की राखी
- तुला - फिरोजी या जमुनी रंग की राखी
- वृश्चिक - लाल रंग की राखी
- धनु - पीले रंग की राखी
- मकर - गहरे लाल रंग की राखी
- कुंभ - रुद्राक्ष से निर्मित राखी
- मीन - पीला या सफेद रंग की राखी

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।