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    रेलवे भर्ती बोर्ड ने 14 प्रश्‍नों का दिया है जवाब, जानिए अभ्‍यर्थियों की आशंकाओं पर RRB ने क्‍या कहा?

    रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) ने एनटीपीसी (गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणी) परीक्षा के अभ्यर्थियों को परीक्षा संचालन व प्रक्रिया से जुड़ी उनकी आशंकाओं से जुड़े प्रश्नों पर अपना पक्ष रखा है। जवाब वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है।

    By Vyas ChandraEdited By: Updated: Sun, 30 Jan 2022 02:13 PM (IST)
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    रेलवे परीक्षा को लेकर अभ्‍यर्थियों ने किया था हंगामा। फाइल फोटो

    पटना, जागरण संवाददाता। रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) ने एनटीपीसी (गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणी) परीक्षा के अभ्यर्थियों को परीक्षा संचालन व प्रक्रिया से जुड़ी उनकी आशंकाओं से जुड़े प्रश्नों पर अपना पक्ष रखा है। जवाब वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। आरआरबी ने अभ्यर्थियों को बताया है कि 2018 से अब तक दो लाख 83 हजार 747 रिक्तियों को अधिसूचित किया गया है। इसमें 1.32 लाख लोगों को नौकरी दी गई है। शेष की नियुक्ति के लिए प्रक्रिया चल रही है। कोविड के खतरे के बावजूद चार करोड़ अभ्यर्थियों की साढ़े तीन वर्षों में कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) आयोजित की गई। अभ्यर्थियों के प्रमुख प्रश्न और उसके जवाब निम्न हैं। 

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    प्रश्न : सीबीटी में नियुक्ति दो स्तर पर क्यों होती है?

    अगर अभ्यर्थियों की संख्या एक करोड़ या उससे अधिक होती है तो सलाह दी जाती है कि सीबीटी दो स्तर पर हो। पहले स्तर पर स्क्रुटनी हो जाती है। पहले स्टेज में चयनित अभ्यर्थियों को दूसरे स्टेज में मौका दिया जाता है। इससे मिलने वाला परिणाम काफी पारदर्शी होता है।

    सीबीटी के दूसरे स्तर पर अभ्यर्थियों का किस आधार पर चयन होता है?

    गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियां (एनटीपीसी) के लिए आरआरबी के 2015 मैन्युअल के अनुसार रिक्ति के 10 गुणा का दूसरे स्तर पर परीक्षा लेने के लिए चयन किया जाता है। यह इतने अभ्यर्थी होते है जिसमें से आसानी से मेधा के अनुसार फाइनल नियुक्ति की जा सके है। वर्ष 2010 की नियुक्ति में भी यही फार्मूला का उपयोग किया गया था। 2015 में इसे 15 गुणा कर दिया गया। 

    एनटीपीसी परीक्षा के दूसरे स्तर के लिए कितने अभ्यर्थियों का चयन किया गया ?

    सीईएन 01-2019 के लिए दूसरे स्तर की परीक्षा के लिए वैकेंसी के 20 गुणा अभ्यर्थियों का चयन किया गया। यह सभी पहले सीबीटी में सफल हुए।

    शार्ट लिस्टिंग सात लाख अभ्यर्थियों की होनी चाहिए न कि सात लाख रोल नंबर की?

    यह कहीं उल्लेखित नहीं था कि सात लाख अभ्यर्थियों को दूसरे चरण के लिए चयनित किया जाएगा। दूसरे स्टेज में पांच लेवल पर परीक्षा होनी थी, इसी कारण एक अभ्यर्थी का कई लेवल पर चयनित हुए हैं। इसी क्रम में उसका नाम कई जगहों पर आया।

    आरआरबी ने वैकेंसी के चार-पांच गुणा को ही शार्टलिस्ट किया, क्यों?

    - इसमें शार्टलिस्टिंग लेवल व पोस्ट के अनुसार की गई है। यह अधिसूचित सीट से 20 गुणा है। इसमें 35281 पदों के आलोक में सात लाख पांच हजार से अधिक रोल नंबर की शार्टलिस्टिंग की गई है। 

    पहले की तरह इंटर व स्नातक के लिए अलग-अलग वैकेंसी की घोषणा हो।

    कोविड-19 के कारण स्नातक व इंटर को मिला देने का यहीं कारण था कि समय, ऊर्जा और प्रयास की बचत हो। प्रथम चरण परीक्षा का लेवल इंटर रखा गया था। दूसरे चरण की परीक्षा में अलग-अलग पदों के लिए अलग-अलग लेवल रखा गया है। 

    छात्रों के प्रदर्शन के बाद रेलवे ने क्या किया?

    आरआरबी ने एनटीपीसी स्टेज टू को स्थगित कर दिया है। प्रथम लेवल सीबीटी की को भी स्थगित कर दिया गया है। इसके बाद वरीय अधिकारियों की एक हाई पावर कमेटी गठित की गई है। यह कमेटी छात्रों की समस्याओं को लेकर निराकरण बताएंगे। 

    छात्र कमेटी के समक्ष अपनी बातों को कैसे रखेंगे?

    इसके लिए आरआरबी की ओर से एक लिंक https//iroams.com/outreach वेबसाइट पर जारी की गई है। इसके अतिरिक्त ईमेल rrbcommittee@railnet.gov.in पर भी अपनी शिकायत व सुझाव को साझा कर सकते हैं। आरआरबी के सभी चेयरमैन को अभ्यर्थी के ग्रिवांस लेने का निर्देश दिया गया है। जोन व डिविजन मुख्यालय पर भी शिविर होगा।