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    Bihar Politics: भारी मन से घर समेट रहीं राबड़ी, लालू यादव भी उदास; RJD बोली- पुराने आवास में ही रहेंगे

    Updated: Thu, 27 Nov 2025 06:00 AM (IST)

    पटना के 10, सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास पर सन्नाटा है। राबड़ी देवी और लालू प्रसाद यादव भविष्य को लेकर चिंतित हैं। उन्हें अब 39, हार्डिंग रोड में रहना होगा, जिसे राजद राजनीतिक प्रतिशोध बता रहा है। राजद नेता बंगला खाली न करने की बात कर रहे हैं, क्योंकि यह लालू परिवार की प्रतिष्ठा से जुड़ा है। नया आवास बड़ा होने पर भी, गृहस्थी जमाने में समय लगेगा।

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    लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी। पीटीआई फाइल फोटो

    विकाश चन्द्र पाण्डेय, पटना। 10, सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास के बाहर सन्नाटा पसरा हुआ है, जबकि राजद नेताओं के मन में विचारों के साथ रोष का द्वंद्व चल रहा। भीतर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Rabri Devi) के साथ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) उदास भाव आज और कल का आकलन कर रहे।

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    पिछले चार दशक से जिस परिक्षेत्र में रहते हुए बिहार की राजनीति के कई दौर देख चुके हैं, वही राजनीति अब सर-ओ-सामान समेट वहां से लगभग दो किलोमीटर दूर घर जमाने को कह रही। परिस्थितिजन्य यह विवशता मन को हालिया पराजय और परिवार के अंतर्कलह से भी अधिक पीड़ा दे रही। जिनसे दुख साझा किया जाए, वे अपने भी मुंह फुलाए दूर जा बैठे हैं।

    इस अंतहीन अकेलापन के बीच राबड़ी उन चीजों को स्वयं सहेजने लगी हैं, जिन्हें अनुचरों के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता। हाथ बंटाने वाली बेटियां घर छोड़कर जा चुकी हैं और बहुएं साथ नहीं। तलाक की अर्जी लगाए बड़ी बहू (तेजप्रताप की पत्नी करिश्मा) मायके में है और अपने बच्चों के साथ छोटी बहू (तेजस्वी की पत्नी राजश्री) दिल्ली में।

    विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष के नाते राबड़ी देवी को अब 39, हार्डिंग रोड में रहना है। उसका अभी रंग-रोगन हो रहा। यह नई सरकार का निर्देश है। हालांकि, राजद इसके राजनीतिक निहितार्थ निकाल रहा।

    प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल और राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी का आरोप है कि भाजपा के वर्चस्व वाली सरकार राजनीतिक प्रतिशोध में लालू परिवार को अपमानित कर रही।

    एक्स पर पोस्ट कर रोहिणी आचार्य भी अपना भड़ास निकाल चुकी हैं। मंडल तो बंगला खाली नहीं करने तक की बात कह रहे, चाहें जो कुछ हो जाए। उनका मानना है कि इस बंगले के साथ लालू परिवार की प्रतिष्ठा और राजद की पहचान जुड़ी हुई है।

    हालांकि, तेजप्रताप यादव के संदर्भ में कोई प्रतिक्रिया नहीं, जिन्हें 26-एम, स्ट्रैंड रोड वाला बंगला खाली करने का निर्देश हुआ है। महागठबंधन की सरकार में मंत्री के रूप में तेजप्रताप को उसका आवंटन हुआ था और चुनाव हार जाने के बाद अब वे विधायक भी नहीं रहे।

    बिहार का यह सबसे बड़ा राजनीतिक परिवार 2005 से ही इस आवास (10 सर्कुलर रोड) में है। राबड़ी देवी को इसका आवंटन पूर्व मुख्यमंत्री के नाते हुआ था। उससे पहले मुख्यमंत्री की हैसियत से बगल के आवास (01, अणे मार्ग) में गृहस्थी हुआ करती थी।

    10, सर्कुलर रोड एक तरह से राजद का कैंप कार्यालय भी रहा, जहां से लालू राजनीति की नब्ज टटोलते रहे। परिवार-पार्टी की पसंद और अपेक्षा के अनुसार लालू परिवार ने अंदरखाने उसे रूपांतरित भी किया है। पसंद की बागवानी, आवश्यकता का किचेन गार्डेन, बड़ी पार्किंग और आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित मीटिंग हाल आदि बनाए गए। इसमें अतिरिक्त फर्नीचर और सेटअप जोड़े गए।

    दो-दो पूर्व मुख्यमंत्री (लालू-राबड़ी) की हैसियत से अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी, सीसीटीवी और घेराबंदी बढ़ाई गई। स्वजनों के लिए अतिरिक्त कमरे, स्टाफ क्वार्टर और रखरखाव से संबंधित सुविधाएं विकसित की गईं।

    नया आवास (39 हार्डिंग रोड) तीन एकड़ में फैला है और उसमें सभी आवश्यक सरकारी सुविधाएं (जैसे सुरक्षा, स्टाफ) उपलब्ध होंगी, जो लगभग दो एकड़ परिक्षेत्र वाले पुराने आवास से अधिक विशाल है। फिर भी उसमें गृहस्थी जमाने में समय तो लगेगा ही, पसंद और अपेक्षा से भी कुछ समझौता करना पड़ सकता है, क्योंकि बहुत तोड़-फोड़ की अनुमति शायद ही मिले।