Bihar Teacher News: सरकारी शिक्षकों को प्रोजेक्ट बेस्ड ट्रेनिंग अनिवार्य, गाइडलाइन जारी
बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के लिए प्रोजेक्ट बेस्ड ट्रेनिंग अनिवार्य कर दी गई है। राज्य शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) और बिहार शिक्षा परियोजना परिषद (बीईपी) मिलकर मास्टर ट्रेनर तैयार कर रहे हैं। शिक्षकों को विद्यार्थियों के साथ मिलकर सीखने और नए समाधान खोजने के लिए प्रेरित किया जाएगा।

सरकारी शिक्षकों को प्रोजेक्ट बेस्ड ट्रेनिंग अनिवार्य
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सभी सरकारी प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के लिए प्रोजेक्ट बेस्ड ट्रेनिंग प्रोग्राम अनिवार्य किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण चरणबद्ध ढंग से सभी शिक्षकों को दिया जाएगा। इसे लेकर शुक्रवार को प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग पर राज्यस्तरीय कार्यशाला में कई जिलों को जानकारी दी गई।
राज्य शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) तथा बिहार शिक्षा परियोजना परिषद (बीईपी) के नेतृत्व में प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग प्रोग्राम को मास्टर ट्रेनर तैयार किया जा रहा है।
मधेपुरा, लखीसराय, कैमूर, भोजपुर, वैशाली, पूर्वी चंपारण, बेगूसराय, अरवल, दरभंगा, गया, मुंगेर और रोहतास जिलों के मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण दिया गया और तीन माह के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रशंसा पत्र प्रदान किया गया।
एसीईआरटी के उप निदेशक संजय कुमार ने कहा कि प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग शिक्षकों के लिए एक सशक्त मंच है, जो विद्यार्थियों के सीखने की प्रक्रिया को अधिक जीवंत, रचनात्मक और अनुभवात्मक बनाता है।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों को केवल पढ़ाने तक सीमित नहीं रखना है, बल्कि उन्हें विद्यार्थियों के साथ मिलकर सीखने, खोजने और नए समाधान विकसित करने की दिशा में प्रेरित करना भी है।
उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि आज बिहार के सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थी भी प्रोजेक्ट और माडल के माध्यम से विज्ञान को समझ रहे हैं और अपनी जिज्ञासा के बल पर उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं।
बीईपी के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी शाहिद मोबिन ने विभिन्न जिला तकनीकी समूहों के सदस्यों एवं जिला शिक्षक समन्वयकों के साथ तीन माह की कार्य प्रगति की समीक्षा की।
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