प्रशांत किशोर के खुलासे से सियासी हड़कंप, कहा- NDA के 5 नेता महाभ्रष्ट और फर्जीवाड़े के मास्टर
प्रशांत किशोर ने पटना में एनडीए नेताओं पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर नाम बदलने और फर्जी डिग्री लेने का आरोप लगाया। अशोक चौधरी पर बेनामी संपत्ति खरीदने दिलीप जायसवाल पर हत्या के आरोप को रफा-दफा करने मंगल पांडेय पर पत्नी के नाम पर गलत तरीके से फ्लैट खरीदने और संजय जायसवाल पर पेट्रोल चोरी का आरोप लगाया।

राज्य ब्यूरो, पटना। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने पटना में एनडीए नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने एनडीए के पांच नेताओं को भ्रष्ट बताया है जिसमें उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, अशोक चौधरी, मंगल पांडेय, दिलीप जायसवाल और संजय जायसवाल का नाम है।
जदयू नेता अशोक चौधरी को सर्वदलीय नेता बताया और उन पर फर्जी तरीके से प्रोफेसर बनने का आरोप लगाया। किशोर ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को भी भ्रष्ट बताया।
- अशोक चौधरी : दो-तीन वर्ष में 200 करोड़ से अधिक के भूखंड खरीदे। बेनामी और मानव विकास न्यास के जरिए। न्यास पर कोई प्रश्न-चिह्न नहीं, लेकिन उसे इस पर प्रतिक्रिया देनी चाहिए। सभी भूखंड अशोक चौधरी की बेटी की सगाई के बाद से लेकर विवाह होने तक खरीदे गए।
- मंगल पांडेय : कहते हैं कि दिल्ली में पत्नी के नाम फ्लैट खरीदने के लिए दिलीप जायसवाल से 25 लाख कर्ज लिए, जबकि उस समय उनकी पत्नी के बैंक खाते में 2.13 करोड़ रुपये थे। राशि कहां से आई, इसका भी ब्योरा है। अधिक बोलेंगे तो पोल खुल जाएगा।
- दिलीप जायसवाल : राजेश साह की हत्या के आरोपित हैं। तत्कालीन एसपी और जांच प्रभारी से मिलीभगत कर केस को रफा-दफा कराया। मामले की सही जांच के लिए राजेश की मां और बहन की ओर से उच्च न्यायालय में याचिका दायर करा दी गई है।
- सम्राट चौधरी : नाम बदलने के मास्टर। राकेश कुमार उर्फ सम्राट चौधरी उर्फ सम्राट कुमार मौर्य। मैट्रिक में फेल हैं। सुप्रीम कोर्ट में बिहार बोर्ड का हलफनामा है। 2010 के हलफनामे में सम्राट स्वयं को सातवीं पास बता रहे। अब कामराज यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट, जो यूनिवर्सिटी है ही नहीं। मैट्रिक नहीं किया और यूनिवर्सिटी आफ कैलिफोर्निया से डीलिट की उपाधि ले ली।
- संजय जायसवाल : छोटका चोर है। पेट्रोल चुराता है, फर्जी बिल बनाकर। बेतिया की महापौर ने, सशक्त स्थायी समिति की पांच बैठकों में लिए गए निर्णय के बाद, नगर आयुक्त को पत्र लिख इनके पेट्रोल पंप से निगम की गाड़ियों के तेल नहीं लेने का निर्देश दिया। 5.87 करोड़ का घपला हुआ है। 15 अगस्त के बाद के पेट्रोल वाउचर के भुगतान पर नगर निगम ने रोक लगा दी है।
बिहार में आज जितना भ्रष्टाचार है, उतना किसी ने कभी देखा-सुना नहीं। निचले स्तर पर भ्रष्टाचार है, तो माल ऊपर भी जा रहा है। राजद वालों का तो जंगलराज था। एनडीए वाले कंबल ओढ़कर घी पी रहे।
राजद और तेजस्वी यादव कलम नहीं, कट्टा वाले दल और नेता हैं।
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