पटनाः भाव में नरमी के बाद भी आलू ने बढ़ाई विक्रेताओं की परेशानी, जानें सब्जियों के दाम
आलू का भाव सब्जियों से आम तौर पर नरम रहता है लेकिन इस समय आलू से भी सब्जियां सस्ती हैं। इससे आलू की बिक्री 75 फीसद घट गई है। साथ सब्जी विक्रेताओं की परेशानी भी बढ़ गई है क्योंकि आमदनी प्रभावित हो रही है।

जागरण संवाददाता, पटना: आलू का भाव सब्जियों से आम तौर पर नरम रहता है, लेकिन इस समय आलू से भी सब्जियां सस्ती हैं। इससे आलू की बिक्री 75 फीसद घट गई है। साथ सब्जी विक्रेताओं की परेशानी भी बढ़ गई है क्योंकि आमदनी प्रभावित हो रही है।
विक्रेताओं की परेशानी
विक्रेताओं का कहना है कि कोरोना संक्रमण के कारण पटना से छात्र और दैनिक मजदूर अपने गांव चले गए हैं। अनुमान है इनकी संख्या कम से कम पांच लाख है। इसलिए सब्जियों की मांग घटी है। होटल और रेस्टोरेंट की खपत भी मामूली है क्योंकि लॉकडाउन के कारण वे सिर्फ ॉनलाइन डिलीवरी ही दे पा रहे हैं। इससे भी सब्जियों की बिक्री घटी है। कोरोना पूर्व की अपेक्षा 30 से 40 फीसद सब्जियों की खपत घटी है। कारोबार का समय 10 बजे तक ही है, इसलिए भी बिक्री कम हो रही है।
आमद के अनुरूप खपत नहीं रहने से भाव में गिरावट
आमद के अनुरूप खपत नहीं रहने से भाव में भारी गिरावट है। विक्रेताओं का मुनाफा मामूली रह गया है। मीठापुर मंडी के विक्रेताओं का कहना है कि नहीं बिक्री होने की स्थिति में सब्जियों की बर्बादी बहुत बढ़ गई है, इससे कमाई ही चली जा रही है।
आलू की बिक्री घटी
मंडी के थोक विक्रेता संजय कुमार ने कहा कि आलू 20 रुपये किलो है और सब्जियों का भाव 10 से 15 रुपये किलो हो गया है इसलिए लोग हरी सब्जी ही खा रहे हैं। इसलिए आलू की बिक्री बहुत कम हो गई है। सब्जियों का भाव 40 से 50 रुपये किलो रहता है तो मीठापुर मंडी में 100 टन से भी अधिक आलू की खपत रहती है जो इस समय 25 से 30 टन के बीच रह गई है।
सब्जी--------------भाव
नेनुआ-- 08 से 10 रु किलो
बोरो---10 से 15 रु किलो
कद्दू -- 05 से 10 रु पीस
आलू - 18 से 20 रु किलो
भिंडी --15 से 16 रु किलो
करेला -- 15 से 16 रु किलो
परवल-- 25 से 30 रु किलो
खीरा-- 10 से 15 रु किलो
मिर्च-- 35 से 40 रु किलो

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