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    बाबा बागेश्वर की हनुमंत कथा से बिहार में महाभारत: नीतीश-लालू ने किया विरोध; प्रशांत किशोर भी नहीं रहे पीछे

    By Aditi ChoudharyEdited By: Aditi Choudhary
    Updated: Wed, 17 May 2023 02:25 PM (IST)

    Baba Bageshwar Hanumant Katha बिहार में बाबा बागेश्वर के दरबार की चर्चा देशभर में है। बुधवार को बाबा के दरबार का अंतिम दिन है। इस बीच राजनीतिक गलियारों में भी खूब घमासान मचा है। महागठबंधन ने धीरेंद्र शास्त्री के आगमन को भाजपा का एजेंडा बताया है।

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    बाबा बागेश्वर की हनुमंत कथा से बिहार में महाभारत: नीतीश-लालू ने किया विरोध; प्रशांत किशोर भी नहीं रहे पीछे

    पटना, जागरण संवाददाता। Baba Bageshwar Hanumant Katha पटना के नौबतपुर में बागेश्वर धाम के आचार्य बाबा बागेश्वर के दरबार का आज अंतिम दिन है। धीरेंद्र शास्त्री के 13 से 17 मई की हनुंमत कथा कार्यक्रम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली। 

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    हालांकि, बिहार में बाबा के दरबार को लेकर पटना से दिल्ली तक खूब राजनीति भी हुई। पांच दिनों के कार्यक्रम में भाजपा सांसद मनोज तिवारी, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे सहित भाजपा के कई बड़े नेता धीरेंद्र शास्त्री के सामने माथा टेकते नजर आए।

    वहीं, बिहार में महागठबंधन ने इसे लोकसभा और विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा का एजेंडा बताया है। जदयू और राजद का आरोप है कि बाबा और साधुओं के नाम पर भाजपा बिहार में सांप्रदायिक माहौल खराब करने की कोशिश कर रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद सहित कई नेताओं ने धीरेंद्र शास्त्री का विरोध किया।

    नीतीश ने दी बाबा बागेश्वर को नसीहत

    पटना में धीरेंद्र शास्त्री के बयान 'बिहार से जलेगी हिंदू राष्ट्र की ज्वाला' पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि क्या ये सब जो ये कह रहे हैं, आज़ादी की लड़ाई के दौरान पैदा हुए थे? ये कहने की क्या जरूरत है? 

    वहीं, धीरेंद्र शास्त्री ने भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का भी आह्वान किया। इसपर सीएम नीतीश ने कहा कि आप किसी भी धर्म को मानिए, उसमें कोई रुकावट है क्या? पर नामकरण करना आश्चर्य की बात है। यह कभी संभव है क्या? कोई ऐसा कर सकता है क्या? राम-कृष्ण करिए न भाई। भारत में तो सात धर्म है।

    बागेश्वर बाबा के खिलाफ तेज प्रताप ने खड़ी की सेना

    बिहार के पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव ने सबसे पहले धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ मोर्चा खोला था। तेज प्रताप ने तो पर्ची निकालने वाले बाबा को पटना में रोकने के लिए डीएसएस नाम की एक सेना का भी गठन कर लिया था। हालांकि, वे दरबार को रोक नहीं पाए।

    बिहार में बाबा बागेश्वर की जबरदस्त फैन फोलोइंग को लेकर जब उनसे सवाल किया गया तो तेज प्रताप ने कहा कि कौन बाबा है। असली बाबा देवराहा बाबा थे, जो 400 साल जिंदा रहे। उन्‍हीं को हम मानते हैं, उन्‍हीं के आशीर्वाद से मेरा जन्‍म हुआ।

    तेज प्रताप ने कहा कि बाबा बिहारियों को गाली देने का काम कर रहे हैं। बिहार में कृष्ण राज है, यहां महागठबंधन का राज है। ये सब देश को तोड़ने के लिए राजनीति की जा रही है। जनता ने कर्नाटक में परिणाम दे दिया है। 

    तेज प्रताप के बाद पिता लालू भी बिफरे

    वहीं, तेज प्रताप के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने भी धीरेंद्र शास्त्री को बाबा मानने से इनकार कर दिया। मंगलवार को दिल्ली जाने के दौरान पटना एयरपोर्ट पर लालू ने कहा कि उ कोई बाबा है क्या?

    उनसे यह सवाल भी किया गया कि तेजस्वी ने बिहार में बागेश्वर बाबा को क्यों नहीं रोका? इसपर लालू प्रसाद ने कहा कि बागेश्वर कौन चीज है?

    प्रशांत किशोर ने भाजपा पर कसा तंज

    बाबा बागेश्वर के खिलाफ राजनीतिक सलाहकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर भी महागठबधंन के साथ नजर आए। उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री के बहाने भाजपा पर भी निशाना साधा। पीके ने कहा कि भगवान राम की फोटो लगाने वाले अगर बागेश्वर बाबा का फोटो लगा रहे हैं तो भाजपा की तरक्की को इसी से समझा जा सकता है। भाजपा के दफ्तर में बाबा की तस्वीर लग रही है तो शायद उनका भरोसा राम जी से कम हो गया है।