तीन फरार गुरुजी बताएंगे बीएसएससी पेपर लीक मामले का अर्थशास्त्र
बीएसएससी की जांच कर रही एसआइटी को तीन 'गुरुजी' की तलाश है। ये वे गुरुजी हैं जिन्होंने प्रश्नपत्र लीक होने के बाद उसका लाखों में सौदा किया
पटना [स्टेट ब्यूरो]। बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक मामले का अर्थशास्त्र खंगालने के लिए एसआइटी को तीन 'गुरुजी' की तलाश है। ये वे गुरुजी हैं जिन्होंने प्रश्नपत्र लीक होने के बाद उसका लाखों में सौदा किया।
तीनों को गिरफ्तार आइएएस अधिकारी सुधीर कुमार के भांजे ने परीक्षा से पहले ही प्रश्नपत्र और उत्तर उपलब्ध कराए थे। फिलहाल तीनों फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए एसआइटी नालंदा और नवादा से लेकर झारखंड के कई जिलों में छापेमारी कर रही है।
इन तीनों फरार गुरुजी में पहला नालंदा के रहुई में एक निजी स्कूल का संचालन करने वाला राजीव रंजन उर्फ राजू है। दूसरा है नालंदा के ही नूरसराय का रहने वाला मुखियापति संजीव कुमार। तीसरा गुरुजी पटना के कंकड़बाग में पैराडाइज कोचिंग का शिक्षक जवाहर झा है। इन तीनों के संबंध में गिरफ्तार आइएएस आधिकारी सुधीर कुमार के भांजे आशीष कुमार ने एसआइटी को जानकारी उपलब्ध कराई है।
आशीष ने एसआइटी की पूछताछ में बताया है कि उसने हजारीबाग में प्रश्नपत्र की कॉपी मिलने के बाद छह लाख रुपये में इसका सौदा रामेश्वर से किया था। बाद में रामेश्वर ने इन तीनों से लाखों का सौदा कर प्रश्नपत्र व उत्तर उन्हें उपलब्ध करा दिए।
आशीष ने एसआइटी की पूछताछ में यह भी स्वीकार किया है कि हजारीबाग में उसके नाना (सुधीर कुमार के पिता) राधा प्रसाद ने प्रश्नपत्र व उत्तरशीट उसे उपलब्ध कराया था।
एसआइटी के रडार पर राधा प्रसाद
सुधीर कुमार की उनके प्रोफेसर भाई अवधेश कुमार व भावज मंजू देवी के साथ गिरफ्तारी के बाद अपना हर कदम फूंक-फूंककर रख रही एसआइटी ने आशीष के इस बयान के बाद राधा प्रसाद को पहले ही दिन से अपने रडार पर ले रखा है।
राधा प्रसाद से एसआइटी ने अबतक कोई पूछताछ नहीं की है। विगत 24 फरवरी को सुधीर कुमार की गिरफ्तारी के साथ ही उनके पिता का नाम भी इस मामले में सामने आ चुका है।
एसआइटी से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि राधा प्रसाद से कभी भी पूछताछ की जा सकती है। हजारीबाग स्थित उनके घर पर भी नजर रखी जा रही है।
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