पीएमसीएच पटना: 10वीं मंजिल पर हेलीपैड तैयार, एयरलिफ्ट सुविधा का इंतजार
पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) में 10वीं मंजिल पर हेलीपैड बनकर तैयार है। अब मरीजों को एयरलिफ्ट करने की सुविधा मिलने का इंतजार है। हेलीपैड के शुरू हो ...और पढ़ें

पीएमसीएच के नए भवन की छत पर बना हेलीपैड। जागरण
डिजिटल डेस्क, पटना। दुनिया का सबसे बड़ा अस्पताल बनने की ओर अग्रसर पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH)के नए भवन की छत पर हेलीपैड तैयार हो गया है।
बिहार का पहला अस्पताल है जहां गंभीर मरीजों को एयर एंबुलेंस से ले जाने और लाने की सुविधा बहाल हो रही है। उम्मीद है कि फरवरी तक यह सुविधा बहाल होने की उम्मीद है।
पीएमसीएच के नए भवन के 10वें फ्लोर की छत पर हेलीपैड बनाया गया है। इस हेलीपैड के साथ रैंप तैयार हो गया है। अधीक्षक डॉ. इंद्रशेखर ठाकुर ने बताया कि हेलीपैड निर्माण के साथ रैंप और दो-दो लिफ्ट की भी सुविधा है जो मरीज को सीधे इमरजेंसी तक ले जाएगी।
उन्होंने बताया कि DGCA से एनओसी मिलते ही हेलीकॉप्टर से यहां मरीजों को लाया या कहीं और ले जाने की सुविधा आम लोगों के लिए बहाल कर दी जाएगी।
सीएम का ड्रीम प्रोजेक्ट
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है। वे कई बार यहां का निरीक्षण करने आ चुके हैं। यहां भवनों का निर्माण तेजी से चल रहा है। पुराने भवनों की जगह अत्याधुनिक सुविधाओं वाले नए भवन बनाए जा रहे हैं।
17 सौ बेड की सुविधा से बढ़कर 5462 बेड के साथ यह दुनिया का सबसे बड़ा अस्पताल होगा। नीतीश सरकार ने इसकेपुननिर्माण के लिए 5540 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं।
अस्पताल में ग्रीन बिल्डिंग, सुपरस्पेशियलिटी सुविधाएं भी होंगी। उम्मीद है कि 2027 तक यह परियोजना पूरी हो जाएगी। यह तीन चरणों में पूरा होना है।
पहले फेज में यहां दो टावरों का निर्माण पूर्ण हो चुका है। उसका सीएम ने लोकार्पण भी कर दिया है। दो टावर में 1050 बेड और 27 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर है।
पीएमसीएच में न केवल पटना बल्कि संपूर्ण बिहार, बंगाल और नेपाल तक से मरीज आते हैं। खासकर गरीब मरीजों के लिए यह अस्पताल उम्मीद की बड़ी संजीवनी है। पीएमसीएच को सड़क मार्ग से भी अच्छी कनेक्टिविटी मिल चुकी है।

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