पूर्णिया में विकास की पटरी पर दौड़ा वोट बैंक का समीकरण, PM Modi ने सेट की पॉलिटिकल फील्डिंग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूर्णिया में हुई जनसभा सीमांचल में राजग की पकड़ मजबूत करने की रणनीति थी। उन्होंने विकास योजनाओं का बखान किया और महागठबंधन पर हमला बोला। मोदी ने घुसपैठियों को ललकारते हुए कहा कि बिहार में एक भी घुसपैठिया नहीं रहेगा। उन्होंने पिछली सरकार पर किसानों का शोषण करने का आरोप लगाया और डबल इंजन की सरकार की उपलब्धियां गिनाई।

रमण शुक्ला, पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूर्णिया में सोमवार को संपन्न हुई जनसभा सीमांचल में राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की पकड़ मजबूत करने एवं चुनावी समीकरण साधने के लिए भाजपा की रणनीति का हिस्सा रही। इस सभा के माध्यम से मोदी डबल इंजन सरकार की उपलब्धियों एवं एसआईआर के बहाने घुसपैठ व जनसंख्या संतुलन जैसे संवेदनशील मुद्दों को जोड़ते हुए पर विकास की पटरी पर वोट बैंक के समीकरण को दौराने का हर संभव प्रयास किया।
सीधे तौर पर कहें तो विकास की पटरी पर मोदी ने मुस्लिम बहुल पूर्णिया, कटिहार, अररिया एवं किशनगंज जैसे जिलों में महागठबंधन वोट बैंक के विरुद्ध राजग के मतदाताओं को एकजुट कर गए। महागठबंधन की चुनौती को देखते हुए भाजपा ने यहां अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश की। मोदी का यह दौरा सीमांचल को राजनीतिक रूप से राजग के वोट बैंक को सक्रिय एवं सजग करने के साथ बिहार की भविष्य की राजनीति के समीकरण तय करने वाला कदम माना जा रहा है।
पूर्णिया एयरपोर्ट, राष्ट्रीय मखाना बोर्ड, बाढ़ एवं सिंचाई के लिए कोसी-मेची के अतिरिक्त सड़क परियोजनाओं के लिए हजारों करोड़ रुपये की विकास योजनाओं को गिनाते हुए मोदी एसआईआर के बहाने घुसपैठिए के प्रति जागरूक कर गए। जीएसटी-2 (वस्तु एवं सेवाकर) को भुनाने के लिए विकास के पहिया को घुमाते हुए बताया कि आधी आबादी का कैसे ख्याल रखा।
दशहरा, दिवाली, छठ के पहले मोदी ने जीएसटी कम करने की बात कर महिला वोट बैंक से जोड़कर साधा। रसोई में उपयोग होने वाले सामान पर जीएसटी कम करने की बात की। इस से महिलाओं के पर्स का बोझ हल्का होगा मसाले, सर्फ, साबुन, मंजन, पेस्ट तक गिनाने नहीं चुके।
महागठबंधन पर प्रहार
घुसपैठिए को ललकारते हुए मोदी ने संदेश दिया कि बिहार में एक भी घुसपैठिया नहीं रहेगा। कांग्रेस एवं राजद वाले लोग घुसपैठिए को बचाने में लगे हैं। वोट बैंक साधने के लिए महागठबंधन पर प्रहार किया।
स्पष्ट शब्दों में बताया कि मोदी की गारंटी है कि यहां जो भी घुसपैठिए हैं उन्हें बाहर जाना ही पड़ेगा। जो नेता बचाव कर रहे हैं उन्हें चुनौती दी।
विपक्ष को निशाने पर लेते हुए संदेश दिया कि घुसपैठिए को बचाने की जितनी कोशिश कर लें पर यह में होने नहीं दूंगा।
बीड़ी से बिहार को जोड़ने पर पलटवार
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की केरल इकाई द्वारा बिहार की तुलना बीड़ी से करने पर भी पलटवार किया।विपक्ष के राजनीतिक मुद्दे को नकारते हुए बताया कि डबल इंजन की सरकार निरंतर विकास के कार्यों से बिहार को समृद्ध करने में लगी है। किसानों के हित का ख्याल रखा।
मखाना को जीआई टैग मिलने की उपलब्धियों को गिनाते हुए जनसंवाद के माध्यम पूछा कि 90 दशक की सरकार के समय बिहार से बाहर मखाना के बारे में कोई जानता था क्या? लेकिन नीतीश कुमार के शासन में किसानों के आय बढ़ाने का काम किया गया। बिहार की जनता से वादा किया था कि मखाना बोर्ड का गठन करेंगे। कर दिखाया न। पर पिछली सरकार को प्रगति रास नहीं आ रही थी। तब की सरकार किसानों का शोषण किया। बिहार की मिट्टी को धोखा दिया। आज वही बिहार अफ्रीका को रेल इंजन सप्लाई कर रहा है। दरअसल पिछली सरकार को अपनी तिजोरी भरना था, इसलिए जनता के लिए क्यों सोचते। ये लोग लालटेन जला कर हाथ से पैसा बटोरने में लगे थे। इनकी चिंता में बिहार नहीं अपना परिवार का विकास था।
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