बिहार के नौजवानों को पीएम मोदी का संदेश, अब राज्य में रहकर कमाएंगे नाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमो एप के माध्यम से बिहार के युवाओं से संवाद किया। उन्होंने कहा कि बिहार में ही स्टार्टअप विकसित कर युवाओं को रोजगार दिया जाएगा, जिससे उन्हें बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने नीतीश सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों की सराहना की और जंगलराज की वापसी की आशंका जताई। मोदी ने कार्यकर्ताओं से मतदाताओं के बीच जाकर संवाद करने का आग्रह किया।

बिहार के नौजवानों को पीएम मोदी का संदेश
राज्य ब्यूरो,पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को एक बार फिर भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ ही युवा वोट बैंक को लक्ष्य बनाकर नमो एप के माध्यम से संवाद किया। मेरा बूथ सबसे मजबूत अभियान पर बल देते हुए मोदी ने कहा कि बिहार का नौजवान अब बाहर नहीं जाएगा। बिहार में ही रहकर रहकर नाम कमाएगा। इसके लिए प्रदेश के हर जिले में स्टार्टअप को हम विकसित करेंगे।
मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के लाखों युवाओं को नौकरी दी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य में प्रौद्योगिकी एवं स्टार्टअप हब विकसित किए जाएंगे, जिससे युवाओं को बाहर पलायन नहीं करना पड़ेगा और वे अपने ही राज्य में आजीविका कमा सकेंगे।
पूरा बिहार बिजली की रोशनी से रोशन है
वहीं, महागठबंधन के नेताओं को बिहार के युवाओं की चिंता नहीं है। वे सिर्फ अपना स्वार्थ देखते हैं। आज पूरा बिहार बिजली की रोशनी से रोशन है, यह भी लालटेन वालों को अच्छा नहीं लगता है।
उन्होंने एनडीए कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर हर गांव और शहरों के वार्ड में एकता की दौड़ का आयोजन करें। समूह में एक-दो किलोमीटर की दौड़ लगाएं। 31 को सरदार पटेल की 150 वीं जयंती है। इस मौके पर देशभर में एकता की दौड़ का आयोजन होगा।
बिहार के लोग राज्य में जंगलराज को वापस नहीं आने देंगे
राज्य के पांच लोगों को प्रधानमंत्री से बात करने का मौका मिला। इनमें पटना की अनन्या कश्यप, भागलपुर के मनीष साह, मधुबनी के अमलेश कुमार चौधरी, बेतिया के राजन पासवान एवं किशनगंज की दीपम के नाम सम्मिलित हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और एनडीए की सरकार ने बहुत मेहनत से बिहार को अंधेरे से बाहर निकाला है। अब, बिहार के लोग राज्य में जंगलराज को वापस नहीं आने देंगे।
जंगल राज की चर्चा अगले सौ वर्षों तक होगी। राजद शासन के 15 सालों में बिहार की दो पीढ़ियों का जीवन बर्बाद किया है। आज बिहार में जंगलराज नहीं, बल्कि जन विश्वास का राज है।
युवाओं को किया प्रेरित
प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं से कहा कि अगले 20 दिनों तक 24 घंटे मतदाताओं के बीच रहें। पार्टी कार्यालय में बैठकर चुनाव नहीं जीता जा सकता है। चुनाव जीतना है तो मतदाताओं के घर जाना होगा। उनसे संवाद करना होगा। केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं पर उनसे चर्चा करें। पहली बार वोट देने वालों के साथ जरूर जुड़ें। हर बूथ पर वहां के बुजुर्ग लोगों से आग्रह करें कि वे युवाओं को बताएं कि जंगलराज में वर्ष 1990 से 2005 तक राज्य की हालत कितनी दयनीय थी। वहीं, अब बिहार में पलायन की नहीं, प्रगति की बात होती है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।